हमीरपुर: बुंदेलखंड में बारिश के रूप में कुदरत का कहर बरस पड़ा है. बुधवार सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है. अचानक हुई बारिश से खेतों में तैयार खड़ी फसल बर्बाद हो गई. इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं. उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
जिले के मौदहा, सरीला, राठ समेत तमाम स्थानों पर हुई तेज बारिश से सरसो, गेहूं और चना की तैयार खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. बारिश से किसानों की लगभग 50 प्रतिशत फसल बर्बाद होने का अनुमान है. किसानों का कहना है कि बड़ी मेहनत के बाद उन्होंने फसल तैयार की थी, लेकिन बारिश में उनकी फसल को भारी नुकसान हुआ है. उनके खेतों में खड़ी फसल बारिश से खराब हो गई है. इसके चलते अब उनके सामने दो जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
पिछले डेढ़ दशक से बुंदेलखंड इलाके का किसान भगवान भरोसे ही जीता चला आ रहा है. हर साल किसी न किसी दैवीय आपदा के चलते यहां के किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है.