गोरखपुर: गोरखपुर से बनारस और प्रयागराज जाना के लिए शहर में स्थाई बस अड्डा नहीं है. सर्किट हाउस रोड को जाने वाली सड़क पर खुले में बसें खड़ी मिलती हैं, जहां से यात्रियों को दर्जनों जिलों के लिए बसों को पकड़ना पड़ता है. बारिश और धूप में तपना और भीगना यात्रियों की मजबूरी है. क्योंकि सड़क किनारे इस बस अड्डे पर न तो कोई छत है न कोई छाजन.
- गोरखपुर शहर में दो बस अड्डे संचालित होते हैं.
- राजधानी लखनऊ और दिल्ली समेत पश्चिमी यूपी को जाने के लिए रेलवे स्टेशन स्थित बस अड्डे से लोग यात्रा करते हैं.
- बनारस, प्रयागराज,आजमगढ़, चित्रकूट, मऊ समेत दर्जन भर जिलों को जाने के लिए कमिश्नर कार्यालय के सामने बस अड्डा हुआ करता था, जो बीजेपी की सरकार आने के बाद ध्वस्त कर दिया गया.
- ढाई साल बीत जाने के बाद भी इस सरकार में यहां स्थाई बस अड्डा बनकर तैयार नहीं हुआ है.
- सर्किट हाउस रोड स्थित पैडलेगंज चौराहे पर सड़क के किनारे अस्थाई बस अड्डे के सहारे लोगों को अपनी यात्रा तय करनी पड़ती है.