गोरखपुर: दो साल पहले गोरखपुर में पधारे तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस शहर को नॉलेज सिटी के रूप में विकसित करने की इच्छा जताई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस पर काफी तेजी के साथ पहल करते हुए दिखाई दिए. शहर में गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं की स्थापना हुई. इसके साथ ही फर्टिलाइजर कारखाना से कुछ ही दूरी पर उन्होंने सैनिक स्कूल का भी शिलान्यास किया. जिसका निर्माण भी सितंबर तक करीब 80 प्रतिशत पूरा हो गया है. बाकी बचे बीस प्रतिशत कार्य को भी तेजी के साथ पूरा कराने में जिला प्रशासन जुटा है. मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने गुरुवार को औचक निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. कार्यदायी संस्था ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक कार्य पूरा करने का मंडलायुक्त को आश्वासन दिया है. जिससे अगले वर्ष से कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों की पढ़ाई यहां शुरू कर दी जाएगी.
इसे भी पढ़े-जिस स्कूल में आप पढ़े, जहां बैठते थे, लड़ते-झगड़ते थे, उसे जरूर देखने जाएं: आनंदीबेन पटेल
80 फीसदी से अधिक काम पूरा: दो माह पहले मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद मंडल में चल रहे निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया था. कार्यदायी संस्था को समय से गुणवत्तायुक्त निर्माण कार्य करने का निर्देश देते आ रहे हैं. जिससे मंडल के चौमुखी विकास को गति दिया जा सके. फर्टिलाइजर परिसर में बन रहे सैनिक स्कूल का निर्माण कार्य अक्तूबर तक पूरा हो जाएगा. अगले सत्र से पढ़ाई शुरू हो जाएगी. मंडलायुक्त से पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि 80 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है. हॉस्टल की रंगाई-पुताई समेत कुछ कार्य अंतिम चरण में हैं. कुछ अन्य काम भी चल रहे हैं.
50 एकड़ में बन रहा स्कूलः बता दें कि कक्षा छह से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए बन रहे सैनिक स्कूल का शिलान्यास वर्ष 2021 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था. इसके लिए कुल 153.66 करोड़ रुपये का बजट जारी हुआ था. 50 एकड़ में बन रहे सैनिक स्कूल में हॉस्टल, ऑडिटोरियम, एकेडमिक ब्लॉक, एक्टिविटी रूम, हेल्थ सेंटर, क्लास रूम, स्टोर, प्रिंसिपल रूम समेत अन्य निर्माण कार्य चल रहे हैं. हॉस्टल की रंगाई-पुताई हो रही है. मेन गेट सहित अन्य निर्माण कार्य भी जारी है. बीच बीच में बारिश होने से काम प्रभावित भी होता रहा है.
स्कूल ब्लाॅक शूरवीरों के नाम से: स्कूल में बनाए जाने वाले ब्लाॅक और अन्य स्थान सेना के शूरवीरों के नाम से होंगे. इसके सभी भवन सोलर पैनल और रेन वाटर हार्वेस्टिंग से जुड़ेंगे. स्कूल में बहुद्देशीय हाॅल, मार्च पास्ट और झंडारोहण के लिए अलग-अलग ट्रैक बन रहे हैं. इसमें घुड़सवारी प्रशिक्षण, शूटिंग रेंज, तैराकी, बैडमिंटन हाॅल के अलावा अन्य खेलकूद के संसाधन मुहैया होंगे. अक्तूबर माह तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तो अगले सत्र से पढ़ाई शुरू करने को लेकर बाकी तैयारी की जाएगी. पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने मंडलायुक्त को आश्वासन दिया है. इसका निर्माण पूर्वांचल में शिक्षा के एक बड़े केंद्र के रूप में होगा.
यह भी पढ़े-टीचर को जेल भेजने पर सपा सांसद डॉ. बर्क बोले- मुजफ्फरनगर मामले में नहीं हुई कार्रवाई, फिर यहां क्यों ?