गोरखपुर: जिले में आजकल 'नन्हा कलाम' ढूंढा जा रहा है. दरअसल ऐसा युवा जिसके मन में पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉक्टर अब्दुल कलाम जैसी वैज्ञानिक सोच हो, जो विज्ञान के क्षेत्र में कुछ कर गुजरने की इच्छा रखता हो. ऐसे बच्चों को पहचानने और राष्ट्रीय पटल पर एक विशेष पहचान दिलाने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की तरफ से 'नन्हा कलाम' प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है.
जानिए प्रतियोगिता की खास बातें:
- गोरखपुर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद ने एक नई पहल की है.
- एक 'नन्हा कलाम' ढूंढा जा रहा है, जो विज्ञान के क्षेत्र में कुछ कर गुजरने की इच्छा रखता हो.
- ऐसे बच्चे जिनके मन में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जैसी वैज्ञानिक सोच हो.
- ऐसे बच्चों को पहचानने के लिए नन्हा कलाम प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है
- जीते हुए बच्चे को राष्ट्रीय पटल पर विशेष पहचान दिलाने की कोशिश की जाएगी.
यह प्रतियोगिता जिले के विभिन्न तहसीलों में आयोजित की जा रही है, जहां से 150 बच्चों का चयन होगा. सभी तहसीलों के चयनित प्रतिभागियों का जिला स्तर पर चयन होगा, जिसमें 120 बच्चे चुने जाएंगे. इस प्रतियोगिता को कराने की जिम्मेदारी क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र को मिली है, जो व्यापक स्तर पर इस प्रतियोगिता के आयोजन में जुटा हुआ है. प्रतियोगिता में बच्चों की काफी भागीदारी भी देखी जा रही है. साथ ही उनके अंदर कलाम बनने का जोश भी दिखाई पड़ रहा है.
जिला स्तर पर चयनित किए गए 120 प्रतिभागियों में से भी 20 प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा. इनमें तीन श्रेणी बनाकर 21हजार रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक का पुरस्कार भी दिया जाएगा. लेकिन असली नन्हा कलाम 28 फरवरी को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय विज्ञान प्रतियोगिता के माध्यम से चुना जाएगा.
महादेव पाण्डेय, क्षेत्रीय विज्ञान प्रसार अधिकारी