गोरखपुर: चौरी चौरा तहसील के उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. तस्वीर में वह कीचड़ के रास्ते पर चलकर नदी के काटन का तटबन्ध से निरीक्षण कर रहे हैं. दरअसल उपजिलाधिकारी दोआब क्षेत्र के 52 गांवों को बाढ़ की भीषण विभीषिका से बचाने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं.
सीएम ने दिया था आश्वासन
बता दें कि वर्ष 2017 में ब्रह्मपुर ब्लॉक क्षेत्र के 52 गांवों में भीषण बाढ़ आई थी. उस समय सीएम योगी ने गांवों का स्वयं निरीक्षण कर लोगों से मिलकर भविष्य में कारगर उपाय करने का आश्वासन दिया था. उसके बाद से ही बरही व भागने तटबन्ध के पास नदी की धारा को मोड़ा जा रहा है. नदियों का जलस्तर मानसून के आने के बाद बढ़ने लगता है. इस बार मानसून आने के पहले ही स्थानीय उपजिलाधिकारी और क्षेत्रीय विधायक ने दोआब क्षेत्र के तटबन्धों का निरीक्षण प्रारम्भ किया है.
बाढ़ से बचाव को लेकर बैठक
उपजिलाधिकारी ने अब तक कई बार नदी के तटबन्धों का निरीक्षण किया है. इसके अलावा तटबन्धों के रैन कट व रैंट होल्स को समाप्त करने के लिए चल रहे कार्य का निरीक्षण भी स्वयं कर रहे हैं. उपजिलाधिकारी ने झंगहा थाने पर दोआब क्षेत्र के ग्राम प्रधानों व तहसील के सभी विभाग के अधिकारियों के साथ पिछले दिनों एक बैठक की थी.
बैठक में बाढ़ आने के पूर्व व बाढ़ के दौरान उत्पन्न होने वाली समस्यायों से निपटने की रणनीति बनाई गई है. बाढ़ के समय बाढ़ चौकियों पर राहत सामग्री बनाने व पीड़ित परिवारों तक सामग्री पहुंचाने का भी खाका तैयार कर लिया गया है. दोआब क्षेत्र में अधिकतर किसान पशुपालन का कार्य करते हैं. किसानों के पशुओं को बाढ़ के समय चारा उपलब्ध कराने की भी तैयारियों का डीपीआर तैयार कर लिया गया है.
तटबन्धों का हो रहा निरीक्षण
उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने बताया कि बाढ़ से पहले सभी विभागों व ग्राम प्रधानों, संभ्रान्त व्यक्तियों के साथ एक अहम बैठक की गई. बाढ़ से पूर्व ही मुश्किल परिस्थिति में राहत और बचाव कार्यों की विस्तृत तैयारी की गई है. तहसील क्षेत्र के गावों को बाढ़ से बचाने के लिए लगातार मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. सभी जगहों पर स्थिति अभी नियंत्रण में है.