ETV Bharat / state

गोरखपुरः बेमौसम बारिश से किसानों के खिले चेहरे, सिंचाई से मिली छुट्टी

बेमौसम हुई बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली है. खासकर यह बारिश रबी के फसलों में सबसे ज्यादा गेहूं के लिए फायदेमंद साबित हुई है. बहरहाल अचानक हुई बारिश से किसानों का सिंचाई का पैसा और समय दोनों बच गया, जिससे किसान खासा राहत महसूस कर रहे हैं.

etv bharat
बेमौसम बारिश ने किसानों को पहुंचाई राहत .
author img

By

Published : Dec 19, 2019, 2:34 PM IST

गोरखपुर: प्रदेश में असमय हुई बारिश ने किसानों को खासी राहत पहुंचाई है. वहीं जिले में इस झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशियां और उनकी फसलों को तरबतर कर दिया, जिससे हजारो किसानों का सिंचाई खर्च और समय भी बच गया. वहीं बारिश की हर बूंद रबी की फसल के लिए संजीवनी साबित हुई है, लेकिन जिन किसानों ने बुआई काफी देर से की है, उनके खेतों में पड़े बीज के सड़ने की संभावना बढ़ गई है. ऐसे किसानों के लिए यह बारिश हानिकारक भी साबित हो सकती है.

बेमौसम बारिश ने किसानों को पहुंचाई राहत .

बारिश ने किसानों को पहुंचाई राहत

जिले के पिपराइच इलाके में रबी की प्रमुख फसलों में गेहूं का उत्पादन ज्यादा होता है. इस वर्ष खरीफ फसल की कटाई, मड़ाई के बाद खेतों में बची पराली से किसानों को काफी परेशान होना पड़ा, जिसके चलते रबी फसल की बुआई पिछड़ गई है. बहरहाल अचानक हुई बारिश से किसान काफी राहत महसूस कर रहे हैं.

किसानों ने कहा-
किसान बताते हैं कि बारिश का पानी गेंहू की फसल के लिए बेहद फायदेमंद है. इस वजह से ज्यादा पैदावार के साथ पौधों की बढ़वार भी बेहतर होगी. इस बारिश से किसानों को सिंचाई खर्च के साथ उनका समय भी बच गया है.


इनके लिए है हानिकारक
जिन किसानों की बुआई पिछड़ गई या जिनके खेतों में बुआई के बाद बीज हाल ही में अंकुरित हुए हैं, उनके सड़ने और खराब होने की संभावना बढ़ गई है.

गोरखपुर: प्रदेश में असमय हुई बारिश ने किसानों को खासी राहत पहुंचाई है. वहीं जिले में इस झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशियां और उनकी फसलों को तरबतर कर दिया, जिससे हजारो किसानों का सिंचाई खर्च और समय भी बच गया. वहीं बारिश की हर बूंद रबी की फसल के लिए संजीवनी साबित हुई है, लेकिन जिन किसानों ने बुआई काफी देर से की है, उनके खेतों में पड़े बीज के सड़ने की संभावना बढ़ गई है. ऐसे किसानों के लिए यह बारिश हानिकारक भी साबित हो सकती है.

बेमौसम बारिश ने किसानों को पहुंचाई राहत .

बारिश ने किसानों को पहुंचाई राहत

जिले के पिपराइच इलाके में रबी की प्रमुख फसलों में गेहूं का उत्पादन ज्यादा होता है. इस वर्ष खरीफ फसल की कटाई, मड़ाई के बाद खेतों में बची पराली से किसानों को काफी परेशान होना पड़ा, जिसके चलते रबी फसल की बुआई पिछड़ गई है. बहरहाल अचानक हुई बारिश से किसान काफी राहत महसूस कर रहे हैं.

किसानों ने कहा-
किसान बताते हैं कि बारिश का पानी गेंहू की फसल के लिए बेहद फायदेमंद है. इस वजह से ज्यादा पैदावार के साथ पौधों की बढ़वार भी बेहतर होगी. इस बारिश से किसानों को सिंचाई खर्च के साथ उनका समय भी बच गया है.


इनके लिए है हानिकारक
जिन किसानों की बुआई पिछड़ गई या जिनके खेतों में बुआई के बाद बीज हाल ही में अंकुरित हुए हैं, उनके सड़ने और खराब होने की संभावना बढ़ गई है.

Intro:पिछले दिनो हुई झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे खुशियां और उनके फसलों तरबतर कर दिया. लाखों किसानों का सिचाई खर्च और समय बच गया. बारिश की हर बूंद रबि फसल के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. वही जिन किसानों ने गेहूं की बुआई पिछे किया है उनके लिए बारिश का पानी हानिकारक साबित होगा.

पिपराइच गोरखपुरः किसानों ने किसी तरह पराली को ठिकाने लगाने के बाद रबि की प्रमुख फसल गेहूं की बुआई समय से कर लिया उनके लिए जाड़े की पहली बारिश संजीवनी और जिन्होंने बुआई पिछे किया उनके लिए बारिश का पानी नुकशानदायक साबित हो रहा है. फिलहाल बेमौसम बारिश से अधिकांस किसानों को काफि राहत पहूंचा है. उनकी पहली सिचाई का खर्च और समय दोनो बच गया. किसानों को पहली सिचाई के लिए जितनी पानी की आवश्यकता होती है उसके सापेक्ष अधिक बारिश होने से कृषकों के चेहरे खिल उठे. किसान अपना सब काम छोड़ कर खेतो में फसलों की निरानी के साथ युरिया का छिड़काव करने में व्यस्त है. किसानो ने बताया कि रबी फसलों के लिए यह बारिश संजीवनी का काम करेगी खासकर दलहनी फसलों के लिए अधिक फायदेमंद साबित होगा है.Body:जनपद का पिपराइच इलाका रबि की प्रमुख फसल गेहूं का हब माना जाता है. इस वर्ष खरीफ फसल की कटाई मढाई के बाद पराली के रुप में बचे फसल अवशेष से किसानों को काफि परेशान होना पड़ा. जिसके चलते रवि फसल की बुआई पिछड़ गई. लेकिन गेहूं की बुआई समपन्न होते ही अचानक बारिश हुई जिससे किसानों ने राहत की सांस लिया. बैरहाल जिन किसानों ने गेहूं की बुआई समय रहते समपन्न कर लिया उनके फसलों के लिए जाड़े की पहली बारिश अमृत साबित हो रहा है. किसान बताते है कि बारिश का पानी गेहू फसल के ऊपर से पड़ने से पानी सीधे सीधे तना व पत्तो को तरबतर कर दिया है. जिससे बेहतर पैदावार के साथ पौधों की बढ़वार भी बेहतर होगी. इस बारिश से किसानों को सिचाई खर्च के साम उनका समय भी बच गया जिससे उनके चेहरे पर खुशहाली झलक रही है.

$किसके लिए हानिकारक$
जिस किसानों की बुआई पिछड़ गई या जिनके खेतों में बुआई के ठीक एक दो तीन और चार दिन के बाद तथा डीभी निकलने से पहले बारिश हो गई उनके खेतों में बीजों को सड़ने और खराब होने की अधिक सम्भावना है. ऐसे किसानों के लिए बारिश का हर कतरा हानिकारक साबित होगा. उनका बुआई खर्च और खाद बीच की लागत पूंजी डूबने की आशंका बन गई है. इन दिनो मंगलवार से ही आसमान पर बादल छाए है. बदली और कुहासा से ठंड बढ़ने के साथ किसानों की मुसीबत बढती नजर आ रही है.Conclusion:$क्या कहते है किसान$
किसान सुबाष गुप्ता, राम सिंह, राजा राम, मैनुद्दीन अली, नदीम अहमद, ,समीउज्जमा, बुद्धु सिंह, कमलेश प्रजाति, रामरूप यादव, हरिनारायण सिंह, सुर्जन सिंह, रामजन्म राम खेलावन आदि किसानों ने बताया की चना, मसूर, सहित अन्य दलहनी फसलों का पटवन नही किया जाता है. यह बारिश दलहनी फसलों के लिए बिटामिन का काम करेगा. गेहू की फसल के लिए सोने पे सुहागा हो गया. बारिश से फसल तरबतर हो गए है. लखों किसानों का करोड़ों रुपया सिचाई खर्च बच गया. इससे उत्पादन भी अधिक होगा आसमान से गिरी बारिश की बूंदो के बाद फसलो में उर्वरक का उपयोग लाभदायक होगा.

बाइट--बुद्धु सिंह--किसान
बाइट--कमलेश प्रजापति-- किसान
बाइट--इमराना अन्सारी--किसान
बाइट--समीउज्जमा--किसान

रफिउल्लाह अन्सारी 8318103822
Etv भारत पिपराइच गोरखपुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.