गोरखपुरः रमजान उल मुकद्दस का चौदहवां रोजा अल्लाह के हम्दो सना में गुजरी. रमजान माह के दूसरे जुमे की नमाज मस्जिदों में महज चार से पांच लोगों ने अदा की. वहीं कई लोग घरों में जोहर की नमाज अदा कर अल्लाह को राजी करने में जुटे रहे. पिपराइच क्षेत्र के सभी मस्जिदों में गिनेचुने लोगों ने नमाज पढ़ी. इस दौरान अकीदतमंदों ने कोरोना वायरस के खात्मा के लिए अल्लाह से दुआ मांगी.
धर्मगुरुओं ने समुदाय से दरख्वास्त की कि लॉकडाउन के पाबंदियों पर अमल करें. दान पुन्य हैसियत के मुताबिक करें. खैरात और जकात निकाल मजलूम बेबस और गरीबों तक पहुंचाएं. माह-ए-रमजान का दूसरा अशरा मगफिरत यानी गुनाहों से तौबा का चल रहा है. सिद्दत से कुरान की तिलावत करें और बारगाहे खुदावन्दी में अपनी गुनाहों से तौबा करें.
परवरदिगार के हम्दो सना में गुजरा चौदहवां रोजा
कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन-3 के दौरान बरकतों का महीना रमजान का दूसरा अशरा चल रहा है. वहीं इस माह का दूसरा जुमा परवरदिगार के हम्दोसना में गुजारा. लॉकडाउन के कारण अकीदतमंद घरों में इबादत कर रहे हैं. पिपराइच क्षेत्र के सैकड़ों गांव में अकीदतमंदों ने शुक्रवार को चौदहवां रोजा रखा और रमजान के दूसरे जुमे की नमाज घरों में शान्तिपूर्ण ढंग से सोशल डिस्टेंसिंग में अदा किया.
धर्मगुरु की नसीहत
जिले के मदरसा मकतब के धर्मगुरु मौलाना आस मोहम्मद ने बताया कि रमजान का दूसरा अशरा मगफिरत का चल रहा है. हमें चाहिए की अल्लाह की हम्दोसना करें, तिलावत कसरत पंजगाना नमाज अदा करें और अल्लाह से बख्शीश की दुआ करें, गुनाहों से तौबा करें. अल्लाह बड़ा ही रहम करने वाला है. यकीनन गुनहगारों के गुनाहों को बख्श देगा. हमें उस पर पूरा भरोसा है.
इंसान पर कोरोना का संकट
धर्मगुरु ने मोमिन बन्दों से अपील की कि रोजा रखने के साथ खुद को जिक्ररे इलाही में मशगूल रखे. पंजगाना नमाज, तिलावत के बाद इफ्तार से पहले कायनात के मालिको खालिक से हर वक्त दुआ करें कि अल्लाह ताला कोरोना जैसे खतरनाक वायरस से संसार को राहत दे. कोरोना वायरस से हमारे मुल्क हिन्दुस्तान को महफूज रखे. इन्सान कोरोना वायरस को मात देकर उस पर फतह हासिल करे.
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