गोरखपुरः जिले के चौरी चौरा में हुए जनआंदोलन के 100 साल पूरे होने पर यूपी सरकार शताब्दी वर्ष मना रही है. मंडल सहित दूर-दूर से लोग चौरी चौरा जनआंदोलन में क्या हुआ था, जानने के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन चौरी चौरा शहीद स्मारक का संग्रहालय बंद था, जिससे पर्यटक निराश होकर लौट रहे थे. ईटीवी भारत ने पर्यटकों की समस्या पर आधारित खबर को चलाया. जिसका संज्ञान लेते हुए एसडीएम पवन कुमार के आदेश पर चौरी चौरा शहीद स्मारक के संग्रहालय को फिर से खोल दिया गया है.
चौरी-चौरा 4 फरवरी 1922 की घटना की याद में रेलवे स्टेशन के सामने बने शहीद स्मारक जनआंदोलन से जुड़े यहां के स्थानीय अमर शहीदों की मूर्तियों के साथ लगभग 32 लोगों की मूर्तियां रखी गई है. लेकिन 19 फरवरी को कुछ छात्र शहीद स्मारक घूमने आए और इस दौरान उन्होंने शहीदों की मूर्ति के ऊपर से दो दक्षिण भारत से मंगा कर पहनाई गई चंदन की मालाओं को चुरा लिया. हालांकि समय से इसकी जानकारी वहां पर मौजूद चौकीदार और सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को हो गई. जिसके तीन छात्र चंदन की माला चुराने के आरोप में पकड़े गए. पुलिस ने जेल भेज दिया है.
चार दिन बंद रहा संग्राहलय
घटना के दिन ही चौरी चौरा के उपजिलाधिकारी पवन कुमार ने चौरी चौरा शहीद स्मारक का निरीक्षण कर शहीद स्मारक के संग्रहालय को बंद करने का आदेश दे दिया. जिसके बाद से लगभग 4 दिन संग्रहालय बंद रहा. इस दौरान दूर-दूर से चौरी-चौरा शहीद स्मारक देखने पहुंच रहे पर्यटक मायूस होकर लौट रहे थे. ETV BHARAT में खबर प्रकाशित होने बाद एसडीएम ने संग्राहलय खोलने के आदेश दिए हैं. नगर पंचायत मुंडेरा बाजार की चेयरमैन सुनीता गुप्ता के प्रतिनिधि ज्योति प्रकाश गुप्ता ने बुधवार की शाम को शहीद स्मारक के सुरक्षाकर्मियों को फोन कर इसकी जानकारी दी और शहीद स्मारक के संग्रहालय को खोलने को कहा है.
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चंदन की माला को नगर पंचायत में सुरक्षित रखा गया
दक्षिण भारत से मंगाकर शहीदों की मूर्तियों पर सजाई गई चंदन की माला को सुरक्षित नगर पंचायत मुंडेरा बाजार को सौंप दी गई हैं. अब यह चंदन की माला शहीद स्मारक में जब बड़ा इवेंट होगा तभी शहीदों की मूर्तियों पर सजाई जाएंगी. चंदन की मालाओं की संख्या 32 है.