गोरखपुर: जिले की पुलिस अब क्राइम कंट्रोल करने के साथ फिल्म बनाने में भी अपना हाथ आजमाने जा रही है. यह पहल गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार की परिकल्पना पर शुरू होगी. फिल्म निर्माण के मामले में एडीजी निर्माता और निर्देशक की भूमिका (Gorakhpur police film making) निभाएंगे. इस फिल्म की स्क्रिप्ट गोरखपुर क्षेत्र में घटी बड़ी क्राइम घटनाओं पर आधारित होगी. यह ऐसी स्टोरी होगी, जिसकी चर्चा गोरखपुर में ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों और प्रदेश में भी हुई हो. इस तरह की कई फिल्मों को बनाकर डॉक्यूमेंट्री के रूप में गोरखपुर पुलिस अपने यूट्यूब चैनल पर प्रसारित करेगी.
इन फिल्मों की स्टोरी क्राइम पेट्रोल सीरियल की तर्ज बन बनाई (Gorakhpur police film making crime incident script) जाएगी. इस डॉक्यूमेंट्री में गोरखपुर से जुड़ी हुई किडनैपिंग, लूट, हत्या और डकैती जैसे कई बड़े अपराध पर शोध के साथ फिल्मांकन होगा. इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को यूट्यूब के जरिए लोगों तक पहुंचाया जाएगा. इसमें पुलिस किस तरह से अपराधों पर अंकुश लागाएगी यह दिखाया जाएगा. इसके साथ ही लोगों को अपराधियों की प्रवृत्ति को भी जानने का अवसर मिलेगा. एडीजी अखिल कुमार की इस सोच पर काम भी शुरू हो गया है. इसमें पुलिस अधिकारी क्राइम सस्पेंस फिल्म में बतौर एक्टर एक्टिंग करते नजर आएंगे. इसके साथ ही बड़ी क्राइम की घटनाओं का पर्दाफाश करते नजर आएंगे. घटनास्थल को इसमें समाहित करके गोरखपुर पुलिस फिल्म निर्माण में (Gorakhpur Police will become filmmaker) जुड़ने जा रही है. एडीजी जोन अखिल कुमार (ADG Zone Akhil Kumar) ने बताया पुलिस हार्ड क्राइम डॉक्यूमेंट्री बनाने जा रही है. गोरखपुर के हाई क्राइम पर आधारित फिल्मांकन होगा और घटनाओं के खुलासे होंगे. इसमें पुलिसकर्मियों को भी अभिनय का मौका मिलेगा. मर्डर, लूट, ऑनर किलिंग की घटनाओं पर यह शॉर्ट फिल्म बनेगी. अभी तक यूपी के किसी भी शहर में ऐसी पहल नहीं हुई है. पहली बार गोरखपुर से इसकी शुरुआत होने जा रही है.
पढ़ें- भोजपुरी फिल्म स्टार खेसारी ने शिव मंदिर के गेट पर मारी लात, वीडियो वायरल
हार्ड क्राइम के मामले में डॉक्यूमेंट्री बनाने में पुलिस के हार्डवर्क को (Gorakhpur police will film director) दिखाया जाएगा. पुलिस की मेहनत और जान जोखिम में डालकर बदमाशों का सामना करने का भी इसमें सीन क्रिएट होगा. किसी भी घटना का खुलासा करने में पुलिस को कितनी मशक्कत करनी पड़ती है. वहीं, क्रिमिनल्स कहां तक सोचते हैं और उनके क्राइम करने का तरीका क्या-क्या हो सकता है. यह सब उस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया जाएगा. एडीजी जोन ने बताया कि निश्चित रूप से जब यह डॉक्यूमेंट्री यूट्यूब पर दिखेगी, तो कहीं न कहीं जनता का विश्वास पुलिस के प्रति और बढ़ेगा. यह फिल्म करीब एक से डेढ़ घंटे की होगी. उन्होंने कहा कि इस फिल्म के जरिए गोरखपुर में अब तक जो भी बड़ी घटनाएं हुई हैं. उसकी फाइल एक बार फिर खोली जाएगी और फिल्म के लिए स्क्रिप्ट, लोकेशन तय होंगे.