गोरखपुरः वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सरकार के साथ पुलिस प्रशासन और आम आदमी एक साथ खड़े हैं. वहीं गोरखपुर में फर्जी ई-पास बनाकर बेचने वाले और फर्जी पास का प्रयोग कर मटन की दुकान चलाने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गोरखपुर में लगातार फर्जी ई-पास के इस्तेमाल की सूचना के बाद जिला और पुलिस सक्रिय थी. पुलिस ने कोतवाली थानाक्षेत्र के बेनीगंज के पास रहने वाले अनस को गिरफ्तार किया है.
कोतवाली सर्किल के सीओ वीपी सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत मिलने पर जांच की. इसमें तिवारीपुर थाना क्षेत्र के जाफराबाजार का रहने वाला मोहम्मद इस्लाम शासन की गाइडलाइन के विरुद्ध मीट की दुकान चलाते पाया गया. जबकि शासन की गाइडलाइन के अनुसार कोई भी मीट की दुकान खोलने की अनुमति नहीं है. पुलिस जब मोहम्मद इस्लाम की दुकान पर पहुंची और बगैर परमीशन मीट की दुकान खोलने का कारण पूछा तो उसने पास दिखाया. पुलिस ने जब पास की जांच की, तो वह फर्जी निकला.
उन्होंने बताया कि पास पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर का हस्ताक्षर और दोनों स्कैन करके उसी के माध्यम से पास बनाकर दुकान खोल रखी थी. उन्होंने बताया कि मोहम्मद इस्लाम ने कोतवाली इलाके के बेनीगंज के रहने वाले अनस से पास बनवाया था. अनस ने इसके बदले में एक हजार रुपये भी लिए थे. उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब अनस से पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसने असली पास का क्लोन बनाकर कम्प्यूटर पर पांच अन्य लोगों का पास दिया था. इसके कम्प्यूटर पर चार और पास मिले हैं.
आरोपी अनस के पास से कम्प्यूटर, लैपटॉप और अन्य सामान बरामद किया गया है. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इसने अधिकतर मीट की दुकानों को ही नकली पास दिया है. इसके अलावा सामान की सप्लाई करने वाले लोगों का भी पास भी इसने बनाया है. इससे पास बनवाने वाले अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.