गोरखपुर: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में सोमवार की रात एमबीबीएस के एक 26 वर्षीय छात्र को हार्ट अटैक आ गया. जिसे एम्स के चिकित्सकों ने आनन-फानन में देखने के बाद, बेहतर इलाज के लिए फातिमा हॉस्पिटल में भर्ती कराया है. मंगलवार को शशांक नाम के इस छात्र की एंजियोग्राफी होगी. शशांक शेखर एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है. सीने में दर्द की शिकायत के बाद उसे मेडिसिन की ओपीडी में डॉ. कनिष्क को दिखाया गया था. जहां ईसीजी के बाद हार्ट अटैक की पुष्टि हुई.
फातिमा अस्पताल में डॉ. लोकेश गुप्ता की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है. वहीं सोमवार को दिन में एम्स की ओपीडी में दो मरीजों की मौत हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह अचानक चक्कर खाकर गिर गए थे. इलाज में सीपीआर और वेंटिलेटर दिया गया लेकिन वह बच नहीं पाए और दम तोड़ दिया. वहीं शाम को छात्र को हार्ट अटैक आने से एम्स के चिकित्सक परेशान हो उठे. फिलहाल वह अभी खतरे से बाहर है.
शशांक शेखर ने वर्ष 2019 में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए एम्स गोरखपुर में दाखिला लिया था, जो यहां के पहले बैच का छात्र है. शाम को वह हॉस्टल के अपने कमरे में था. अचानक से सीने में दर्द शुरू हुआ तो उसके साथी उसे लेकर मेडिसिन ओपीडी में पहुंच गए. डॉ. कनिष्क ने ईसीजी किया और हार्ट अटैक की पुष्टि हुई, जिसके बाद उसे एम्स की इमरजेंसी में लाया गया और यहां उपचार करने के साथ ही डॉक्टरों ने हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी.
एम्स के मीडिया प्रभारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि शशांक शेखर की ईसीजी रिपोर्ट में बदलाव मिला था, जो हार्ट अटैक की पुष्टि कर रहा था. उपचार चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है. शशांक होनहार छात्रों में गिना जाता है. एम्स में पिछले चार दिनों में हार्ट अटैक की यह चौथी घटना है, जिसमें तीन मरीजों ने अपनी जान गवां दी है. अब इस छात्र को हार्ट अटैक आने से एम्स में सुविधाओं की बहाली का भी सवाल उठ रहा है.
सोमवार को एम्स की ओपीडी में दिखाने आए दो लोगों की इलाज से पहले ही लाइन में खड़े रहने के दौरान, चक्कर खाकर गिरने से मौत हो गई थी. दो घंटे के अंतराल पर एम्स परिसर में इस तरह की घटना से डॉक्टरो में हड़कंप मच गया. आनन फानन में इन दोनों मरीजों को इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कर, सीपीआर और वेंटीलेटर की सुविधा देने का डॉक्टरों ने भरपूर प्रयास किया.
लेकिन, दोनों की जिंदगी बचाई नहीं जा सकी. एक मरीज ने तो मिनट भर में दम तोड़ दिया जबकि, दूसरे मरीज पर डॉक्टरों का प्रयास करीब तीन घंटे तक जारी रहा. अंत में उसने भी दम तोड़ दिया. एम्स ओपीडी में चक्कर खाकर गिरने के बाद मौत होने की एक सप्ताह के भीतर की यह तीसरी घटना थी, जिसकी वजह हार्ट अटैक माना जा रहा है.