अयोध्या: प्रयागराज महाकुंभ से अयोध्या आने वाली श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पूरे नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. धर्मपथ, रामपथ और मठ मंदिरों को लाइटों से सजाया गया है. यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को एकादशी होने के नाते श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है. इसके बाद मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी का खास पर्व भी पड़ रहा है.
माना जा रहा है कि इसी प्रकार से भीड़ लगातार पांच फरवरी तक चलती रहेगी. वहीं, भीड़ को लेकर रामपत से जुड़ने वाले सभी गलियों को बैरियर लगाकर बंद कर दिया गया है, तो वहीं पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के अंदर किसी भी प्रकार के वहां प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है. बसों व निजी साधनों से आ रहे श्रद्धालु नेशनल हाईवे, मोहबरा बाजार चौराहा, उदय चौराहा सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर बनाए गए पार्किंग पर वाहन को खड़ा कर तीन से चार किलोमीटर पैदल चल कर सरयू नदी हनुमान गढ़ी और राम मंदिर तक पहुंच रहे है.
हैदराबाद के तेलंगाना से अयोध्या धाम आए भोला राम चौधरी ने बताया कि हम पहले हम प्रयागराज आए वहां पर हमने परिवार के साथ दो दिनों तक रुके. हम कई बार कुंभ मेले में आ चुके है और अयोध्या भी हम प्राण प्रतिष्ठा के पहले आए थे, लेकिन तब के और के व्यवस्था और और विकास में जमीन और आसमान का फर्क है. सरकार द्वारा तीर्थ स्थलों का जिस प्रकार से पुनः निर्माण किया जा रहा है. तीर्थ स्थानों पर हम श्रद्धालुओं के लिए जो व्यवस्थाएं है वो अविश्वसनीय है. मेला में साफ सफाई से लेकर पग-पग पर यात्रियों के लिए बहुत सारी व्यवस्था की गई है और ऐसा होना भी चाहिए.
राजस्थान से आये मंगला राम देवर्षि ने कहा कि देश भार से जो पब्लिक आ रही है उनके गाड़ी की पार्किंग, उनके रहने की व्यवस्था, उनके शौचालय की के साथ-साथ जगह-जगह पर पुलिस की तैनाती की गई है, जिससे भी कोई असुविधा हो वो मदद के लिए पुलिस से संपर्क कर सकते हैं. पुलिस अधिकारी बहुत विनम्रता से हम लोगों की समस्याओं को सुन रहे है और उसका निदान भी कर रहे है. हम अयोध्या में रामलला का दर्शन किए. हमारे पूर्वजों ने इसके लिए सदियों तक संघर्ष किया है. उसी का फल है, जो आज हम सब इस पवित्र धरती पर आ कर अपने को धन्य समझ रहे है.
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