गोरखपुर: चौरी-चौरा तहसील क्षेत्र स्थित ब्रह्मपुर ब्लॉक के रोहा तटबंध को राप्ती नदी ने 2017 में कटान को तोड़ा था. इस पर चल रहे कार्य का उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने गुरुवार को निरीक्षण किया. तटबंध पर प्रभावी कार्य न होने से उपजिलाधिकारी ने जिम्मेदार लोगों को फटकार लगाते हुए अविलम्ब प्रभावी कार्य का आदेश दिया है.
52 गांवों पर बाढ़ का खतरा
गौरतलब है कि मानसून आने के बाद से नदियों का जलस्तर लागातार बढ़ोतरी की तरफ अग्रसर है. ब्रह्मपुर ब्लॉक से होकर जाने वाली गोर्रा राप्ती नदियों के अलावा सरदार नगर में बहने वाले मझना व फारेन नाला भी उफान पर है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से तहसील क्षेत्र के 52 गावों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इसको देखते हुए क्षेत्र में कई जगहों पर बाढ़ चौकियां बना दी गई हैं. तटबंधों के रेन कट व रैंट होल्स को ठीक कराया जा रहा है.
बिडम्बना यह है कि 2017 में राप्ती नदी ने रोहा तटबंध को तोड़ दिया था, उस जगह पर राप्ती नदी दोबारा कटान कर रही है. इसके चलते रोहा गांव के ग्रामीणों में बाढ़ का भय सता रहा है. कटान वाली जगह पर सपा नेता मुन्नीलाल यादव व ग्रमीण लगातार कार्य कर रहे हैं. जिम्मदारों ने अब तक प्रभावी कार्य नहीं किया है. इसकी शिकायत पर उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने रोहा तटबंध का स्वयं निरीक्षण किया और ग्रामीणों को प्रभावी कार्य करने का आश्वासन दिया है.
तटबंध पर नहीं हो रहा कार्य
सपा नेता मुन्नीलाल यादव ने बताया कि रोहा तटबंध पर सीएम योगी ने कोना सोनबरसा गांव का निरीक्षण कर लोगों को आश्वासन दिया था कि तटबन्धों की मरम्मत होगी. कटान वाले जगह पर बोल्डर पिचिंग होगा, लेकिन अभी तक कोई कार्य नहीं किया गया. हमारी मांग है कि यहां जिम्मेदार विभाग त्वरित रूप से कार्य करें.
रोहा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि तटबन्धों की मरम्मत करने वाले लोगों ने रोहा गांव के कटान वाली जगह पर कोई कार्य नहीं किया है. जिसके चलते बाढ़ का खतरा बना हुआ है. हमारी मांग है कि तटबन्ध का मरम्मत कर तटबन्ध को नदी के कटान से बचाया जाए.
उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने बताया कि रोहा गांव के पास राप्ती ने पिछले वर्ष तटबन्ध तोड़ दिया था, जिससे गांव में पानी घुस गया था. इस वर्ष वहां कार्य चल रहा है. निरीक्षण के दौरान कुछ कमियां पाई गईं, जिस पर लगातार काम जारी है.