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गोरखपुर: राणा हॉस्पिटल में होगा कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और भारत बायोटेक के सहयोग से विकसित की गई कोरोना वैक्सीन का ट्रायल गोरखपुर के राणा हॉस्पिटल में भी किया जाएगा. इसके लिए हॉस्पिटल प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कोरोना वैक्सीन को 15 अगस्त को लांच करने की योजना है.

rana hospital corona vaccine trail special story
राणा हॉस्पिटल में होगा कोविड 19 वैक्सीन का ट्रायल.
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Published : Jul 8, 2020, 9:03 PM IST

गोरखपुर: कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल के लिए पूरे देश में बनाए गए 12 केंद्रों में गोरखपुर का भी एक हॉस्पिटल शामिल है. यह राणा हॉस्पिटल के नाम से जाना जाता है. आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और भारत बायोटेक के सहयोग से विकसित की गई कोरोना के वैक्सीन के ट्रायल को लेकर राणा हॉस्पिटल भी पूरी तरह से तैयार है. वैक्सीन के यहां पहुंचने का बस इंतजार है. ट्रायल की अनुमति तो आईसीएमआर ने पहले ही दे दिया है. इस वैक्सीन के नतीजे बेहतर आने के बाद इसे 15 अगस्त को लांच करने की तैयारी है.

स्पेशल रिपोर्ट...

जल्द शुरू होगा इंसानों पर ट्रायल
वैक्सीन का ट्रायल जल्द से जल्द इंसानों पर शुरू किया जाएगा, जिससे नतीजों का पता चल सके. आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने गोरखपुर के राणा हॉस्पिटल को इसलिए चुना है, क्योंकि इस हॉस्पिटल में लंबे समय से इंसेफलाइटिस, टीबी समेत कई बीमारियों पर सफलतम परीक्षण किया गया है. यही वजह है कि इस हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. सोना घोष ने कोविड-19 के वैक्सीन के ट्रायल की भी पहल की थी और आईसीएमआर-भारत बायोटेक के रिकॉर्ड में बेहतर उपलब्धियों की वजह से उन्हें सफलता भी मिल गई.

वैक्सीन के आने का है इंतजार
ईटीवी भारत से खास बातचीत में डॉ. सोना घोष ने कहा कि बस वैक्सीन के आने का इंतजार है. यहां पर ट्रायल के लिए तमाम वॉलंटियर्स तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इसका ट्रायल भी हेल्दी ह्यूमन बॉडी पर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस पूरे शोध को डॉ. निधि हेड करेंगी, जिनके साथ डॉ. अजीत प्रताप सिंह और अन्य स्टाफ शामिल होगा. वहीं रिसर्च टीम की हिस्सा डॉ. सिंह ने हॉस्पिटल को ट्रायल के लिए चुने जाने को एक बड़ी उपलब्धि बताया है. ऐसे में जबकि इस बीमारी से निजात के लिए लोग डॉक्टर और वैज्ञानिकों पर नजर गड़ाए बैठे हैं.

ये भी पढ़ें: प्रदेश में कोविड-19 हेल्प डेस्क की गोरखपुर से हुई थी शुरुआत

ट्रायल के लिए लिस्ट की जा रही तैयार
राणा हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. सोना घोष ने बताया कि ट्रायल के लिए ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की गई है, जिनकी एलाइजा जांच के लिए ब्लड सैंपल और आरटीपीसीआर जांच के लिए स्वैब (लार का नमूना) लिया जाएगा, जिसे बाद में दिल्ली के डॉक्टर डंग्स लैब में भेजा जायेगा. जिनकी जांच रिपोर्ट में अगर एंटीबॉडी मिलती है तो ऐसे लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल नहीं किया जाएगा. वहीं जिनके अंदर एंटीबॉडी नहीं होगी, उन्हीं पर वैक्सीन का ट्रायल होगा. बस इंतजार है वैक्सीन के हॉस्पिटल तक पहुंचने का, जिसकी उम्मीद तीन से चार दिन की जताई जा रही है.

गोरखपुर: कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल के लिए पूरे देश में बनाए गए 12 केंद्रों में गोरखपुर का भी एक हॉस्पिटल शामिल है. यह राणा हॉस्पिटल के नाम से जाना जाता है. आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और भारत बायोटेक के सहयोग से विकसित की गई कोरोना के वैक्सीन के ट्रायल को लेकर राणा हॉस्पिटल भी पूरी तरह से तैयार है. वैक्सीन के यहां पहुंचने का बस इंतजार है. ट्रायल की अनुमति तो आईसीएमआर ने पहले ही दे दिया है. इस वैक्सीन के नतीजे बेहतर आने के बाद इसे 15 अगस्त को लांच करने की तैयारी है.

स्पेशल रिपोर्ट...

जल्द शुरू होगा इंसानों पर ट्रायल
वैक्सीन का ट्रायल जल्द से जल्द इंसानों पर शुरू किया जाएगा, जिससे नतीजों का पता चल सके. आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने गोरखपुर के राणा हॉस्पिटल को इसलिए चुना है, क्योंकि इस हॉस्पिटल में लंबे समय से इंसेफलाइटिस, टीबी समेत कई बीमारियों पर सफलतम परीक्षण किया गया है. यही वजह है कि इस हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. सोना घोष ने कोविड-19 के वैक्सीन के ट्रायल की भी पहल की थी और आईसीएमआर-भारत बायोटेक के रिकॉर्ड में बेहतर उपलब्धियों की वजह से उन्हें सफलता भी मिल गई.

वैक्सीन के आने का है इंतजार
ईटीवी भारत से खास बातचीत में डॉ. सोना घोष ने कहा कि बस वैक्सीन के आने का इंतजार है. यहां पर ट्रायल के लिए तमाम वॉलंटियर्स तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इसका ट्रायल भी हेल्दी ह्यूमन बॉडी पर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस पूरे शोध को डॉ. निधि हेड करेंगी, जिनके साथ डॉ. अजीत प्रताप सिंह और अन्य स्टाफ शामिल होगा. वहीं रिसर्च टीम की हिस्सा डॉ. सिंह ने हॉस्पिटल को ट्रायल के लिए चुने जाने को एक बड़ी उपलब्धि बताया है. ऐसे में जबकि इस बीमारी से निजात के लिए लोग डॉक्टर और वैज्ञानिकों पर नजर गड़ाए बैठे हैं.

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ट्रायल के लिए लिस्ट की जा रही तैयार
राणा हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. सोना घोष ने बताया कि ट्रायल के लिए ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की गई है, जिनकी एलाइजा जांच के लिए ब्लड सैंपल और आरटीपीसीआर जांच के लिए स्वैब (लार का नमूना) लिया जाएगा, जिसे बाद में दिल्ली के डॉक्टर डंग्स लैब में भेजा जायेगा. जिनकी जांच रिपोर्ट में अगर एंटीबॉडी मिलती है तो ऐसे लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल नहीं किया जाएगा. वहीं जिनके अंदर एंटीबॉडी नहीं होगी, उन्हीं पर वैक्सीन का ट्रायल होगा. बस इंतजार है वैक्सीन के हॉस्पिटल तक पहुंचने का, जिसकी उम्मीद तीन से चार दिन की जताई जा रही है.

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