गोरखपुरः अपने दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ ने पहले दिन यहां करीब 162 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया. जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भारी जीत से गदगद मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास और सुशासन के संकल्प दोहराते हुए अब तक हुए विकास कार्यों का खाका लोगों के सामने रखा.
बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चार साल पहले लोग गोरखपुर और उत्तर प्रदेश पर हंसते थे. अराजकता का माहौल ऐसा था कि निवेशक यूपी के बारे में सोच भी नहीं सकते थे, लेकिन आज परिस्थिति बदल गई है. प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. कभी देश की छठे नंबर की अर्थव्वस्था रहा उत्तर प्रदेश चार सालों में तेजी के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. प्रदेश की अर्थव्यवस्था नई दिशा की तरफ आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री ने आने वाले सालों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पहले नंबर पर ले आने की बात कही.
अपराधियों के लिए आरामगाह नहीं जेल अब जेल की तरह है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में पहले अराजकता का ऐसा माहौल था कि उद्योग लगने से पहले वसूली का धंधा चलता था. अब पस्थितियां बदल गई हैं. यूपी में कानून का राज है. अपराधी या तो प्रदेश छोड़ चुके हैं या जेलों में हैं. प्रदेश की जेल अब अपराधियों के लिए आरामगाह नहीं बल्कि जेल सरीखे ही रहेंगे. प्रदेश में अराजकता का माहौल बनाने वालों के साथ सख्ती के साथ निपटा जा रहा है.
पढ़ें- वाराणसीः पीएम मोदी के आगमन से पहले 39 परियोजनाओं की जमीनी हकीकत परखेंगे सीएम योगी
उद्योगपतियों को मिला सुरक्षा का माहौल
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में उद्योगपतियों को सुरक्षा का माहौल मिला है. इसके साथ ही सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए नौकरशाही के मकड़जाल से उन्हें मुक्ति दिलाई गई है. इसी का नतीजा है कि प्रदेश में 4.50 लाख करोड़ का निवेश हुआ है. 1.5 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है.
आज प्रदेश में बेरोजगारी की दर सबसे कम
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 तक ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग देश में 16वीं थी, अब प्रदेश दूसरे स्थान पर है. नई रैंकिंग में यूपी को पहला स्थान तक ले जाने की पूरी कोशिश की जाएगी. निवेश और विकास परियोजनाएं बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन का माध्यम बनती हैं. अच्छे निवेश का नतीजा है कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में बेरोजगारी की दर सबसे कम है. चुनौतियों के बीच भी विकास का पहिया नहीं थमा है.