गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर और नियोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 'पूर्वांचल का सतत विकास: मुद्दे, रणनीति एवं भावी दिशा' विषयक 3 दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार और संगोष्ठी का सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल के बारे में जानबूझकर एक सोच विकसित की गई है. यह सोच थी कि पूर्वांचल गरीब और पिछड़ा है. जवाबदेही से बचने के लिए अकादमिक संस्थाओं ने भी इस पर मुहर लगा दी. लिहाजा हमने भी उसी को स्वीकार कर लिया, लेकिन सच इससे बिल्कुल अलग है. कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर हर्ष सिन्हा ने किया. कार्यक्रम में सरकार के मंत्री, शासन के वरिष्ठ अधिकारी, विश्वविद्यालय परिवार, बोर्ड के सदस्य, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग मौजूद रहे.
विकास के लिए बनना होगा आत्मनिर्भर
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कैंब्रिज और हार्वर्ड हमारा विकास नहीं करेंगे. हमें खुद पूर्वांचल के विकास की गौरव गाथा लिखनी होगी. हमें खुद आत्मनिर्भर बनना होगा. हमने खुद नकलची और दूसरों पर निर्भर होने का ठप्पा लगाने की आदत रही है. हमारी सोच ने हमें ऐसा बना दिया था. हमें अपनी सोच को बदल कर अब खुद को आत्मनिर्भर बनाना होगा. पूर्वांचल को हम देश की सबसे समृद्ध धरा बनाएंगे. इसके लिए हमें स्थानीय युवाओं किसानों और शिल्पकारों को जोड़ना होगा.
यूपी के हर जिले की एक खूबी
सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल में सब कुछ है. 9 तरह की कृषि जलवायु, दुनिया की सबसे उर्वर भूमि, प्रचुर मानव संसाधन, भरपूर पानी, वर्ष पर्यंत बहने वाली गंगा- जमुना और सरयू सरीखी नदियां आदि इनके आधार पर हम पूर्वांचल को देश का समृद्धतम इलाका बनाएंगे. याद रखिए यह काम हार्वर्ड और कैंब्रिज नहीं करेंगे, खुद हमें करना होगा. यहां के युवाओं, किसानों और शिल्पकारों को जोड़कर करना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की एक खूबी है. इसी खूबी को ब्रांड बनाने के लिए हमने एक जिला एक उत्पाद योजना शुरू की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को इसी योजना के जरिए साकार किया जा सकता है.
इस बोर्ड का गठन पूर्वांचल के समग्र विकास के लिए किया गया है. पूर्वांचल की प्रतिभाओं को निखारने के साथ ही उनको उचित मंच मुहैया कराना इस बोर्ड की प्राथमिकता है. ऐसे में हम इस वेबीनार और संगोष्ठी के माध्यम से सरकार को पूर्वांचल को और समृद्ध बनाने के उपाय बताएंगे.
नरेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष, पूर्वांचल विकास बोर्ड