गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को शहर पहुंचे. जहां उन्होंने पशु आश्रय स्थल का लोकार्पण किया. वहीं उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में गौशाला केंद्र को आर्थिक रूप से भी समृद्ध बनाया जाएगा और गोबर से कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी. जिसको बिक्री के लिए हिंदुस्तान उर्वरक लिमिटेड समेत कई खाद कारखानों से समझौता भी हो चुका है.
सीएम योगी ने किया पशु आश्रय स्थल का लोकापर्ण
- पशु आश्रय स्थल करीब साढे सात एकड़ क्षेत्रफल में बनाया गया है.
- करीब 6 करोड़ से ज्यादा की धन राशि पशु आश्रय स्थल पर खर्च की गई है.
- निराश्रित और आवारा पशुओं को आश्रय स्थल पर लाया जाएगा.
- स्थल पर करीब 570 पशु एक साथ चारा खा सकते हैं.
- आश्रय स्थल पर 15 सौ से ज्यादा पशु रोके जा सकते हैं.
- आश्रय स्थल बनने से गोवंश के छुट्टा घूमने और उनसे होने वाली समस्याओं का समाधान हो सकेगा.
पशुपालन के साथ उनकी सुरक्षा और सेवा भी पशुपालकों का कर्तव्य होता है, लेकिन जब पशु उपयोगी नहीं रहते तो उन्हें लोग सड़कों पर छोड़ देते हैं. भारत में गोवंश को सुरक्षित और संवर्धित करने की परंपरा रही है. इस लिहाज से गौशालाओं और पशु आश्रय स्थलों का निर्माण किया जाना बेहद जरूरी हो गया था क्योंकि आवारा पशु लोगों के जान के लिए भी खतरा बन चुके थे.
-योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में गौशाला के केंद्र को आर्थिक रूप से भी समृद्ध बनाया जाएगा. यहां से निकलने वाले गोबर से कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी और उसकी बिक्री के लिए हिंदुस्तान उर्वरक लिमिटेड समेत कई खाद कारखानों से समझौता भी हो चुका है. ऐसे कारखानों को कंपोस्ट खाद साढ़े सात रुपये किलो के हिसाब से बेच दी जाएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सुचारू रूप से चले इसके लिए इस तरह से फंड जुटाने का सरकार ने जुगाड़ किया है. साथ ही उन पशुपालकों पर भी बड़ा दंड लगाया जाएगा, जिनके जानवर पकड़कर नगर निगम द्वारा यहां लाया जाएगा .