गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में निवेश करने वालों और उद्योग लगाने वालों को सरकार की तरफ से आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश में निवेशकों व उद्यमियों को सुरक्षा और हर तरह की सुविधा की पूरी गारंटी है. निवेशकों, उद्यमियों के सामने किसी तरह की समस्या सामने नहीं आने दी जाएगी. चाहे सुरक्षा का मामला हो या शासन की किसी सुविधा का. उद्यमी बेहिचक उत्तर प्रदेश में निवेश करें, सरकार उनके साथ खड़ी मिलेगी. सीएम योगी सोमवार को गीडा के सेक्टर 26 में 110 करोड़ रुपये के निवेश वाली तत्वा प्लास्टिक पाइप फैक्ट्री का उद्घाटन, 136 करोड़ रुपये के अवस्थापना कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण और 97 उद्यमियों को 102 भूखंडों के आवंटन पत्र वितरण के लिए आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने निवेशकों और उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सुरक्षा का माहौल देने के साथ ही सरकार हर तरह की सुविधा का लाभ दे रही है. निवेश मित्र और निवेश सारथी जैसे ऑनलाइन पोर्टल इसके लिए बनाए गए हैं. बिना किसी बाधा के निवेशकों को सरकार की तरफ से इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज पूरे देश के अंदर एक सकारात्मक माहौल बना है. यह सकारात्मक माहौल विकास, सुरक्षा और समृद्धि का है. जब प्रत्येक व्यक्ति के एजेंडे में विकास होता है तो वह हर तरीके से उसके लिए माहौल बनाने में अपना योगदान देता है.
सीएम योगी ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति क्या थी और उसमें भी आज से पांच-सात साल पहले गोरखपुर की स्थिति क्या हुआ करती थी. अपराध और माफिया हर एक व्यवस्था पर हावी था. अराजकता चरम पर रहती थी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर दूसरे-तीसरे दिन एक दंगा होता था. इस माहौल में राज्य के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था. विकास कार्य ठप हो गए थे. सीएम ने कहा कि असुरक्षित वातावरण में कोई निवेश नहीं करता. सभी संस्थाएं अवमूल्यन की ओर जाती हैं. यही स्थिति उत्तर प्रदेश के अंदर देखने को मिल रही थी. लेकिन, पिछले छह वर्ष के अंदर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन व नेतृत्व में आज सभी लोगों ने बदलते हुए उत्तर प्रदेश को देखा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गीडा का यह वही क्षेत्र है, जहां पर 2005-06 में समाजवाद पार्टी की सरकार में स्लाटर हाउस लगाने का कार्य हो रहा था. आज यहां स्लॉटर हाउस नहीं, बल्कि एथेनॉल का प्लांट लगता है. हर घर नल की योजना के लिए पाइप की फैक्ट्री लगती है. डेरी का प्लांट लगता है. इन सबसे हजारों नौजवानों को रोजगार मिलता है. मुख्यमंत्री ने तत्वा प्लास्टिक के कर्मचारियों से अपनी बातचीत का स्मरण साझा करते हुए कहा कि यहां अधिकतर कामगार पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों से ही हैं. यदि पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौजवान को अपने घर के पास जनपद या क्षेत्र में ही रोजगार मिल जाएगा तो उसे अपना घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा. ऐसे ही रोजगार का दृश्य आज हमें गीडा में देखने को मिल रहा है.
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