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सीएम योगी ने राप्ती की उतारी आरती, तीन घाटों का किया लोकार्पण - राप्ती नदी

सीएम योगी ने गोरखपुर में मंगलवार को कई योजनाओं का एलान किया. उन्होंने यहां राप्ती नदी के किनारे तीन घाटों का लोकार्पण किया. इस दौरान सीएम ने अपने संबोधन में सबको बसंत पंचमी की शुभकामनाएं और बधाई दी.

सीएम योगी ने तीन घाटों का किया लोकार्पण
सीएम योगी ने तीन घाटों का किया लोकार्पण
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Published : Feb 16, 2021, 9:28 PM IST

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी के अवसर पर मंगलवार को गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल को एक बड़ी सौगात दी. नेपाल से लेकर देवरिया तक बहने वाली 600 किलोमीटर की राप्ती नदी के गोरखपुर तट पर उन्होंने राम घाट, राजघाट और गुरु गोरक्षनाथ घाट का लोकार्पण किया. करीब 65 करोड़ की तीन परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का काम योजनाओं को लागू करना और उन्हें मूर्त रूप देना है, लेकिन सार्वजनिक और जनहित से जुड़ी योजनाएं लंबे समय तक तब जीवंत रहती है जब लोगों का उसके प्रति प्रेम और समर्पण मिलता है. उन्होंने कहा कि ये गोरखपुरवासियों की जिम्मेदारी है कि वह राप्ती नदी के तट की साफ-सफाई और संरक्षण के प्रति ध्यान दें. जिससे यह स्थान भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र बन सके.

सीएम योगी ने दी सौगात.

मुख्यमंत्री योगी ने उतारी राप्ती की आरती
मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान राप्ती नदी की आरती भी उतारी. इस दौरान उनके साथ प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह, गोरखपुर क्षेत्र के सभी विधायक और सांसद भी मौजूद रहे. उन्होंने शवदाह घाट को बाबा मुक्तिनाथ घाट के नाम से घोषित किया. सीएम ने कहा कि राप्ती नदी की बाढ़ और अन्य समस्याओं से मुक्तिनाथ बाबा ने बचाया है. लिहाजा शवदाह घाट का नाम उन्होंने बाबा मुक्तिनाथ के नाम पर रखा. इस दौरान उन्होंने तीन परियोजनाओं का लोकार्पण और एक परियोजना का शिलान्यास किया. साथ ही इस घाट पर आने के लिए उन्होंने सीसी सड़क और नाली का शिलान्यास भी किया. सीएम ने अपने संबोधन में सबको बसंत पंचमी की शुभकामनाएं और बधाई दी. योगी ने कहा पिछले 2 सालों में यहां बहुत गंदगी देखने को मिलती थी. उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि हम जिसकी पूजा करते हैं उसके प्रति श्रद्धा का भाव भी रखते हैं. गंगा की पूजा और आरती इसलिए करते हैं जिससे वह निर्मल बन सके. ऐसा ही प्रण अपनी राप्ती नदी के लिए लेना होगा जिससे वह साफ-सुथरी और अविरल नजर आए.

राप्ती तट पर जलाये गए सवा लाख दिये
राप्ती तट पर जलाये गए सवा लाख दिये
हुआ दीपदान.
हुआ दीपदान.
बिजली और गैस आधारित शवदाह गृह का सीएम ने किया लोकार्पण
उन्होंने कहा कि राप्ती नदी में अब सीवर का पानी नहीं गिरने पाएगा. उसके लिए अलग से सिस्टम बनाते हुए गंदे पानी को साफ करने के बाद ही बहाव का रास्ता बनाया जाएगा. उन्होंने इस परियोजना के पूर्ण होने पर सिंचाई विभाग समेत जिला प्रशासन और जिन विभागों के संबंध में यह कार्य पूर्ण हुआ है उनकी भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि राप्ती नदी का तट अब सुंदर घाट बन चुका है. सीएम ने कहा यहां पर छठ का स्वच्छता के साथ आयोजन होगा तो माघ पूर्णिमा और कुंभ जैसे स्नान के समय भी लोगों को बेहतर माहौल में स्नान के लिए यह घाट उपलब्ध हो सकेगा. उन्होंने कहा कि अब यहां पर गंदगी वाले स्थान पर लोगों को स्नान नहीं करना पड़ेगा. शव की अंत्येष्टि करने के लिए गैस और लकड़ी आधारित शवदाह की भी स्थापना कर दी गई है. सीएम ने कहा कि अंतिम विदाई देने के लिए लोग अपने प्रिय के साथ यहां आते हैं, लेकिन अब लोग घूमने और यहां के अद्भुत नजारे को देखने के लिए भी आकर्षित होंगे.
सजाए गए राप्ती के घाट.
सजाए गए राप्ती के घाट.

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी के अवसर पर मंगलवार को गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल को एक बड़ी सौगात दी. नेपाल से लेकर देवरिया तक बहने वाली 600 किलोमीटर की राप्ती नदी के गोरखपुर तट पर उन्होंने राम घाट, राजघाट और गुरु गोरक्षनाथ घाट का लोकार्पण किया. करीब 65 करोड़ की तीन परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का काम योजनाओं को लागू करना और उन्हें मूर्त रूप देना है, लेकिन सार्वजनिक और जनहित से जुड़ी योजनाएं लंबे समय तक तब जीवंत रहती है जब लोगों का उसके प्रति प्रेम और समर्पण मिलता है. उन्होंने कहा कि ये गोरखपुरवासियों की जिम्मेदारी है कि वह राप्ती नदी के तट की साफ-सफाई और संरक्षण के प्रति ध्यान दें. जिससे यह स्थान भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र बन सके.

सीएम योगी ने दी सौगात.

मुख्यमंत्री योगी ने उतारी राप्ती की आरती
मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान राप्ती नदी की आरती भी उतारी. इस दौरान उनके साथ प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह, गोरखपुर क्षेत्र के सभी विधायक और सांसद भी मौजूद रहे. उन्होंने शवदाह घाट को बाबा मुक्तिनाथ घाट के नाम से घोषित किया. सीएम ने कहा कि राप्ती नदी की बाढ़ और अन्य समस्याओं से मुक्तिनाथ बाबा ने बचाया है. लिहाजा शवदाह घाट का नाम उन्होंने बाबा मुक्तिनाथ के नाम पर रखा. इस दौरान उन्होंने तीन परियोजनाओं का लोकार्पण और एक परियोजना का शिलान्यास किया. साथ ही इस घाट पर आने के लिए उन्होंने सीसी सड़क और नाली का शिलान्यास भी किया. सीएम ने अपने संबोधन में सबको बसंत पंचमी की शुभकामनाएं और बधाई दी. योगी ने कहा पिछले 2 सालों में यहां बहुत गंदगी देखने को मिलती थी. उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि हम जिसकी पूजा करते हैं उसके प्रति श्रद्धा का भाव भी रखते हैं. गंगा की पूजा और आरती इसलिए करते हैं जिससे वह निर्मल बन सके. ऐसा ही प्रण अपनी राप्ती नदी के लिए लेना होगा जिससे वह साफ-सुथरी और अविरल नजर आए.

राप्ती तट पर जलाये गए सवा लाख दिये
राप्ती तट पर जलाये गए सवा लाख दिये
हुआ दीपदान.
हुआ दीपदान.
बिजली और गैस आधारित शवदाह गृह का सीएम ने किया लोकार्पण
उन्होंने कहा कि राप्ती नदी में अब सीवर का पानी नहीं गिरने पाएगा. उसके लिए अलग से सिस्टम बनाते हुए गंदे पानी को साफ करने के बाद ही बहाव का रास्ता बनाया जाएगा. उन्होंने इस परियोजना के पूर्ण होने पर सिंचाई विभाग समेत जिला प्रशासन और जिन विभागों के संबंध में यह कार्य पूर्ण हुआ है उनकी भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि राप्ती नदी का तट अब सुंदर घाट बन चुका है. सीएम ने कहा यहां पर छठ का स्वच्छता के साथ आयोजन होगा तो माघ पूर्णिमा और कुंभ जैसे स्नान के समय भी लोगों को बेहतर माहौल में स्नान के लिए यह घाट उपलब्ध हो सकेगा. उन्होंने कहा कि अब यहां पर गंदगी वाले स्थान पर लोगों को स्नान नहीं करना पड़ेगा. शव की अंत्येष्टि करने के लिए गैस और लकड़ी आधारित शवदाह की भी स्थापना कर दी गई है. सीएम ने कहा कि अंतिम विदाई देने के लिए लोग अपने प्रिय के साथ यहां आते हैं, लेकिन अब लोग घूमने और यहां के अद्भुत नजारे को देखने के लिए भी आकर्षित होंगे.
सजाए गए राप्ती के घाट.
सजाए गए राप्ती के घाट.
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