गोरखपुरः पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस से लड़ रही है. ऐसे में कोरोना वॉरियर्स का हर गली मोहल्ले और चौराहों पर सम्मान भी हो रहा है, लेकिन शहर में चार माह पूर्व तैनात किए गए 40 सफाई कर्मियों को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है.
26 जनवरी को हुई थी तैनाती
नगर निगम में कुल तीन हजार सफाई कर्मचारी, वाहन चालक और सुपरवाइजर तैनात हुए हैं. इन्हें सीएलसी (सिटी लाइवली हुड) के तहत जरूरतमंद होने पर रजिस्ट्रेशन के बाद ही रखा जाता है. इसके पहले ठेके पर कर्मचारी काम करते रहे हैं. इसी साल 26 जनवरी को कचरा उठाने के वाहनों के साथ हरी झंडी देकर काम पर रवाना किया गया था. कर्मचारी डूडा के तहत सीएलसी में पंजीकरण के आधार पर उन लोगों को तैनात किया गया था. सफाई कर्मियों के तैनाती के बाद से अब तक वेतन नहीं मिला है.
तैनाती के बाद से नहीं मिला वेतन
गाड़ी चालक मोहन ने बताया कि वे वाहन चला रहे हैं. चार माह हो गए, लेकिन सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बावजूद सैलरी नहीं दी जा रही है. लॉकडाउन में चार माह से वेतन नहीं मिलने के कारण काफी परेशानी हो रही है. परिवार और बच्चों के भरण-पोषण की समस्या भी सामने आ रही है.
जांच का आश्वासन
गोरखपुर के नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि जिले में 3000 सफाईकर्मी तैनात हैं. ऐसे में 40 कर्मियों का वेतन कैसे नहीं मिला है, इसकी जांच कराई जाएगी. अगर वे सीआईसी के तहत रजिस्टर्ड नहीं हैं, तो उन्हें रजिस्टर्ड किए बगैर कैसे काम लिया जा रहा है, इसकी भी जांच की जाएगी.