गोरखपुरः नगर निकाय चुनाव में गोरखपुर की महापौर सीट भारतीय जनता पार्टी ने जीत ली है. पार्टी के घोषित उम्मीदवार डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काजल निषाद को 60,885 मतों से हराकर निगम में भारतीय जनता पार्टी के जीत के सिलसिले को जारी रखा. जीत का यह परिणाम अपने तय समय से करीब दो घंटे की देरी से आया.
मतगणना में धांधली को लेकर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और उनके समर्थकों के द्वारा, हंगामा काटा गया. तकनीकी गड़बड़ी का हवाला देते हुए मतगणना से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि कुल पड़े मतों से ज्यादा की गणना काउंटिंग में हो गई, जो मतों के मिलान में सामने आ गया था. इसको लेकर समाजवादी पार्टी आरोप लगा रही थी और हंगामा कर रही थी, लेकिन बाद में उसे सही कर दिया गया और भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी महापौर पद पर चुनाव जीतने में कामयाब रहा.
इस चुनाव परिणाम में भाजपा और सपा के बीच जहां सीधी टक्कर पहले चरण की मतगणना से दिखाई दी. वहीं, बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी नवल किशोर नथानी करीब 35 हजार से अधिक मतों से तीसरे नंबर पर रहे. कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही खराब था और आम आदमी पार्टी इस चुनाव में सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज कराती नजर आई.
सुबह से ही भाजपा प्रत्याशी डॉ. मंगलेश समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी से आगे निकलते रहे. हर चरण की मतगणना में भाजपा सपा पर भारी पड़ती रही और अंततः वह महापौर की सीट जीत लेने में कामयाब हो गए. इसके साथ ही निगम में भाजपा की यह लगातार पांचवीं जीत साबित हुई. कुल 80 वार्ड में वह करीब 50 से ज्यादा सीटों पर जीतने में कामयाब रही है.
चुनाव परिणाम के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. मंगलेश ने गोरखपुर की जनता का उनके पक्ष में मतदान के लिए आभार जताया. उन्होंने कहा कि जनता ने जिस उम्मीद से उन्हें चुना है उसे वह पूरा करने की भरपूर कोशिश करेंगे. बहुत जल्द ही बरसात का समय भी आने वाला है. ऐसे में वाटर लॉगिंग की समस्या से नगर को दूर करने का प्रयास होगा, जहां कमियां दिखेंगी उसके अनुसार प्रोजेक्ट तैयार होंगे और भविष्य में शहर को जलजमाव से मुक्त करने का प्रयास होगा. वहीं, गोरखपुर के भाजपा सांसद रवि किशन ने इस दौरान इस जीत की खुशी को अपनी मौजूदगी में पूरा खुशनुमा बना दिया. डॉक्टर मंगलेश को उन्होंने अपनी गोद में उठा लिया और खुशी से झूम पड़े. इस दौरान उन्होंने भी कहा कि योगी-मोदी की कुशल नीतियों और गोरखपुर में हुए बेजोड़ विकास का नतीजा है कि महापौर के साथ बड़ी संख्या में पार्षदों ने भी जीत दर्ज की है. यह एक हॉट सीट है, जिसका परिणाम पूरे देश मैं बड़ा संदेश देने में कामयाब होगा.