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गोंडा जिला अस्पताल अपग्रेड होकर बनेगा मेडिकल कॉलेज

उत्तर प्रदेश के गोंडा में जिला अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा. मेडिकल कॉलेज बनने से यहां के लोगों को गंभीर मामलों में लखनऊ मेडिकल कॉलेज का सहारा नहीं लेना पड़ेगा.

गोंडा जिला अस्पताल.
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Published : Jul 24, 2019, 11:13 PM IST

गोंडा: जनपद को काफी प्रतीक्षा के बाद मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है. जिला अस्पताल को अपग्रेड कर 100 सीटों का मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा. योगी सरकार ने प्रदेश के 14 अस्पतालों को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है. प्रत्येक जिले को टोकन मनी के रूप में 1 लाख की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है.

जिला अस्पताल अपग्रेड होकर बनेगा मेडिकल कॉलेज.

अपग्रेड होगा जिला अस्पताल

  • काफी समय से मेडिकल कॉलेज की मांग चल रही थी.
  • मेडिकल कॉलेज बनने से यहां के लोगों को गंभीर मामलों में लखनऊ मेडिकल कॉलेज का सहारा नहीं लेना पड़ेगा.
  • मेडिकल कॉलेज निर्माण की कुल लागत का 60 फीसदी केंद्र सरकार और 40 फीसदी राज्य सरकार देगी.
  • मेडिकल कॉलेज के लिए विभिन्न राजनैतिक और समाजसेवी संगठनों ने समय-समय पर आंदोलन कर शासन के प्रतिनिधियों को ज्ञापन भी सौंपा था.
  • बताया जाता है कि सपा शासनकाल में जिला अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था.
  • अस्पताल में सपा शासनकाल में इसे अपग्रेड कर डेढ़ सौ बेडों की अलग से बिल्डिंग बनाई गई थी.
  • सपा काल में निर्माण कार्यों में विलंब होने के कारण अभी तक इसका संचालन नहीं शुरू हो सका.

मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए 20 एकड़ की जमीन है, बाकि अगर जमीन की जरूरत पड़ेगी तो उसे अधिग्रहित की जाएगी. इसके बाद सारी चिकित्सा व्यवस्था फिर महाविद्यालय के अंडर में चली जाएगी.
रतन कुमार, अपर स्वास्थ्य निदेशक, देवीपाटन मंडल


गोंडा: जनपद को काफी प्रतीक्षा के बाद मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है. जिला अस्पताल को अपग्रेड कर 100 सीटों का मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा. योगी सरकार ने प्रदेश के 14 अस्पतालों को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है. प्रत्येक जिले को टोकन मनी के रूप में 1 लाख की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है.

जिला अस्पताल अपग्रेड होकर बनेगा मेडिकल कॉलेज.

अपग्रेड होगा जिला अस्पताल

  • काफी समय से मेडिकल कॉलेज की मांग चल रही थी.
  • मेडिकल कॉलेज बनने से यहां के लोगों को गंभीर मामलों में लखनऊ मेडिकल कॉलेज का सहारा नहीं लेना पड़ेगा.
  • मेडिकल कॉलेज निर्माण की कुल लागत का 60 फीसदी केंद्र सरकार और 40 फीसदी राज्य सरकार देगी.
  • मेडिकल कॉलेज के लिए विभिन्न राजनैतिक और समाजसेवी संगठनों ने समय-समय पर आंदोलन कर शासन के प्रतिनिधियों को ज्ञापन भी सौंपा था.
  • बताया जाता है कि सपा शासनकाल में जिला अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था.
  • अस्पताल में सपा शासनकाल में इसे अपग्रेड कर डेढ़ सौ बेडों की अलग से बिल्डिंग बनाई गई थी.
  • सपा काल में निर्माण कार्यों में विलंब होने के कारण अभी तक इसका संचालन नहीं शुरू हो सका.

मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए 20 एकड़ की जमीन है, बाकि अगर जमीन की जरूरत पड़ेगी तो उसे अधिग्रहित की जाएगी. इसके बाद सारी चिकित्सा व्यवस्था फिर महाविद्यालय के अंडर में चली जाएगी.
रतन कुमार, अपर स्वास्थ्य निदेशक, देवीपाटन मंडल


Intro:गोंडा जिले की जनता को काफी प्रतीक्षा के बाद अंततः मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल ही गई। अब जिला अस्पताल को अपग्रेड कर 100 सीटों का मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के 14 अस्पतालों को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके लिए प्रत्येक जिले को टोकन मनी के रूप में 1 लाख की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है।




Body:जिले की जनता काफी दिनों से मेडिकल कॉलेज की मांग करती चली आ रही है। इसके लिए विभिन्न राजनैतिक व समाजसेवी संगठनों ने समय-समय पर आंदोलन कर शासन के प्रतिनिधियों को ज्ञापन भी सौंपा था। बताया जाता है कि सपा शासनकाल में जिला अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था । परंतु ना जाने किस कारण वश यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया था । अब शासन द्वारा इस प्रस्ताव पर अंतिम मोहर लगने से जिले की जनता में खुशी का माहौल है। ऐसा लग रहा है कि उनकी बहुप्रतीक्षित मांगे पूरी हो गई है अभी तक पूरे मंडल में किसी मेडिकल कॉलेज का संचालन ना होने से यहां के लोगों को गंभीर मामलों में लखनऊ का ही सहारा लेना पड़ता था बता दें कि मुख्यालय पर स्थित बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय करीब 20 एकड़ में फैला है इस अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने में जमीन की समस्या भी आड़े नहीं आएगी। पूरे मंडल का लाइफ लाइन माना जाने वाला इस अस्पताल में सपा शासनकाल में इसे अपग्रेड कर डेढ़ सौ बेडो के अस्पताल की अलग से बिल्डिंग बनाई गई थी। परंतु निर्माण कार्यों में विलंब होने के कारण अभी तक इसका संचालन नहीं शुरू हो सका। अब शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज बनाने के मुताबिक तीसरे फेज में स्वीकृत इन मेडिकल कॉलेजों का निर्माण शुरू होगा इसके निर्माण की कुल लागत का 60 फ़ीसदी केंद्र सरकार व 40 फीसदी राज्य सरकार देगी।


Conclusion:अपर स्वास्थ्य निदेशक रतन कुमार ने कहा कि 20 एकड़ की जमीन तो है ही साथ ही में अगर और जमीन की जरूरत पड़ेगी तो उसे अधिग्रहण किया जाएगा। सारी चिकित्सा व्यवस्था फिर महाविद्यालय के अंडर में चली जायेगी।
माना जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज बनने से जिले के विकास में चार चांद लगेंगे एक तरफ जहां गंभीर मामलों में यहां के लोगों को लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा वही मेडिकल कॉलेज बनने से रोजगार की अन्य अवसर भी सुलभ होंगे।

बाईट- रतन कुमार(अपर स्वास्थ्य निदेशक, देवीपाटन मंडल)
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