गोण्डा : जिले में नगर पालिका परिषद (Gonda Municipality Corruption) में हुए साढ़े तीन करोड़ के भविष्य निधि (PF) घोटाले के मामले में सोमवार को पुलिस ने एक लिपिक की पत्नी को गिरफ्तार किया है. घोटाले (pf scam) की राशि से करीब 85 लाख रुपये लिपिक की पत्नी के खाते में ट्रांसफर किए गए थे. बताया जा रहा है कि उस राशि से गोंडा में मकान और लखनऊ में प्लाट खरीदे गए हैं.
जाने क्या है पूरा मामला
बताते चलें कि वर्ष 2020 में नगर पालिका परिषद गोंडा में सफाई कर्मचारियों के भविष्य निधि कटौती में अभिलेखों के जरिए लेखाकार विपिन श्रीवास्तव द्वारा मिलीभगत कर करीब साढ़े तीन करोड़ का पीएफ घोटाला प्रकाश में आने के बाद नगर पालिका में हड़कंप मच गया था. इसमें अधिशासी अधिकारी नगर पालिका द्वारा लिपिक के विरुद्ध नगर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
पुलिस विवेचना के दौरान लिपिक की पत्नी हेमा श्रीवास्तव व अन्य लोगों का नाम प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने लिपिक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, वर्ष 2016 से लेकर 2020 के मध्य लेखाकार द्वारा कई किस्तों में 85 लाख अपने पत्नी के खाते में जमा कराए थे.
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एसपी ने पीसी कर किया खुलासा
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि नगर पालिका में हुए पीएफ घोटाले से संबंधित हेमा को विवेचना के दौरान नाम प्रकाश में आने के बाद गिरफ्तार किया गया है. इनके पति लेखाकार विपिन श्रीवास्तव द्वारा घोटाला कर खाते में 85 लाख रुपये जमा किए गए थे. इस रकम को निकाल कर जिले में एक मकान और लखनऊ में प्लाट खरीदा गया था.
घोटाला प्रकाश में आने के बाद जनपद के मकान को बेचकर नगर पालिका के खाते में 14 लाख वापस जमा कराए गए थे जबकि इनके नाम का लखनऊ में अब भी प्लाट मौजूद है. क्षेत्राधिकारी शहर इसकी विवेचना कर रहे हैं. घोटाले की धनराशि कहां लगाई गई है, इसका विवरण बनाकर प्रशासन के सहयोग से अन्य विधिक कार्रवाई भी कराई जाएगी.