गाजीपुर: किसान जिनकी फसल हर साल बाढ़ के कारण आपदा की भेंट चढ़ जाती है, उसके बाद मुआवजे का खेल चलता है और इस मुआवजे का लाभ हमेशा बड़े किसान उठाते हैं. गाजीपुर में बहुत से किसान ऐसे हैं जो कि भूमिहीन हैं वह अन्य किसानों से खेत लेकर खेती करने हैं. लेकिन आपदा का शिकार हो जाने पर उन्हें फूटी कौड़ी तक नहीं मिलती है. ऐसे किसानों के लिए सदर विधायक डॉ. संगीता बलवंत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उनको भी मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
गाजीपुर का सदर विधानसभा क्षेत्र जहां सदर ब्लॉक और करंडा ब्लॉक में जल प्रलय मचा हुआ है. किसानों की पूरी खेती इस जल प्रलय की भेंट चढ़ गई है. इस क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 4-5 दिन पहले सदर विधायक डॉ. संगीता बलवंत ने दौरा किया तो यहां के भूमिहीन किसानों ने बताया कि वह लोग 15 से 30 हजार रुपये खेत का पेशगी देने के बाद खेतों में बीज के साथ ही अन्य समान डालते हैं. फसल तैयार होने वाली थी लेकिन, अब पूरा खेत जलमग्न हो चुका है. ऐसे में विधायक ने जब उन्हें मुआवजा दिलाने की बात कही तो किसानों ने बताया कि उन्हें मुआवजा नहीं मिल पाएगा. विधायक ने इसका कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि यह मुआवजा उन किसानों को मिलता है जिनके नाम से खेत होता है, लेकिन हम लोग भूमिहीन किसान हैं. खेती तो करते हैं, लेकिन दूसरों के खेतों पर, इसलिए हम लोगों को मुआवजा नहीं मिल पाता है. ये किसान गाढ़ी कमाई लगाकर यहां तक कि अपनी पत्नी के गहने बेचकर या फिर गिरवी रख कर खेती करते हैं, लेकिन नुकसान हो जाने के बाद उन्हें कुछ नहीं मिलता है. विधायक डॉ. संगीता बलवंत ने ऐसे ही किसानों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग रखी है.
विधायक डॉ. संगीता बलवंत ने कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनपद में आगमन हुआ था. जहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री को इस समस्या से मौखिक रूप से भी अवगत कराया है. मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर उन्हें आश्वासन भी दिया है. बातचीत के दौरान विधायक ने बताया कि इस मुद्दे को सदन में भी उठाएंगी.