गाजीपुर : साल 2016-17 में गाजीपुर के नोनहरा क्षेत्र में कठवामोड़ से नोनहरा भागलपुर मार्ग तक 1.60 किलोमीटर सड़क बनाने का टेंडर हुआ था. इसकी लागत 85.95 लाख रुपये थी, जबकि इसी इलाके में युसुफपुर-कमालपुर सम्पर्क मार्ग पर 51.85 लाख रुपये की लागत से 1 किलोमीटर की सड़क बनाने का टेंडर हुआ था, लेकिन चार साल गुजर गए और लोगों को सड़क मयस्सर नहीं हुई. हैरानी की बात तो यह है कि कागज पर पूरी सड़क बन चुकी है. साथ ही लोक निर्माण विभाग के अफसर, अभियंता और ठेकेदारों ने सड़कों को कागज पर बनाकर बिल पेमेंट भी करवा लिया है.
खास बातें
- लोक निर्माण विभाग का बड़ा घोटाला आया सामने.
- कागज पर सड़क बनाकर हड़प लिए लाखों रुपये.
जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो लोगों ने प्रशासन से मामले की जांच करने की फरियाद की. ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला प्रशासन जांच में जुट गया है. दूसरी तरफ जांच की भनक लगते ही लोक निर्माण विभाग के अफसर घोटाले पर पर्दा डालने में लग गए. आनन फानन में सड़क पर गिट्टियां डाल दी गईंं, लेकिन कागज पर सड़क बनने का यह मामला लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है. ऐसे में गांव में सड़क बनने का सपना देख रहे ग्रामीणों की उम्मीदें अब निष्पक्ष जांचकर आरोपियों पर होने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं.