गाजीपुरः कोरोना महामारी के मौजूदा हालात में वैक्सीनेशन पर केंद्र और प्रदेश सरकार जोर दे रही है. ताकि लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) से जंग लड़ने में अपनी अहम भूमिका निभा सके, लेकिन जिले में शुक्रवार को टीकाकरण को लेकर कई तरह की भ्रांतियां देखने को मिली है. लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने से नपुंसकता का डर सता रहा है. जिसके चलते गांव में लोगों के घरों तक टीकाकरण की टीम पहुंचने के बाद भी लोग, तरह-तरह के बहाने बनाकर टीकाकरण से इंकार कर रहे हैं.
कोरोना वैक्सीन न लगवाने के लिए बना रहे बहाना
जिला प्रशासन के द्वारा गांव-गांव कोविड-19 टीकाकरण एवं जांच की प्रक्रिया कराई जा रही है. ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके. बावजूद इसके लोग टीकाकरण न कराने के लिए अलग-अलग बहाने बनाकर बचते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला देवकली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत भीतरी ग्राम सभा में. जहां पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अब तक दो बार कैंप लगाया जा चुका है, लेकिन पिछली बार जहां 20 लोगों ने ही अपना टीकाकरण कराया तो वहीं 1 दिन पूर्व मात्र 18 लोगों ने अपना टीकाकरण कराया. कोरोना टीकाकरण के लिए समाजसेवी के लोगों को जागरूक करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कोई नतीजा निकल कर सामने नहीं आया.
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डर कर भागने वालों की तस्वीरें हुई कैमरे में कैद
कोरोना वैक्सीनेशन के डर से भागने वाले लोगों की कुछ तस्वीरें कैमरे में भी कैद हुई हैं, जिसमें कुछ लोग इस वैक्सीन से बुखार आने का दावा कर रहे हैं. कुछ लोग इसे मोदी की वैक्सीन बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग समझाने के बाद जागरूक तो हो रहे हैं, लेकिन आधार कार्ड घर से लाने की बात कह कर, कैंप से भाग जा रहे हैं. कुछ का कहना है कि इसे लगाने से नपुंसकता बढ़ेगी. इससे गांव में भ्रांति फैला दी गई है. लोगों का कहना है कि इसे लगाने के बाद बुखार आएगा और इलाज में 4000 से 5000 खर्च होगा. जिसके डर से ग्रामीण अपना वैक्सीनेशन नहीं करा रहे हैं.