नई दिल्ली: सिंघु बार्डर पर शुक्रवार को पिछले 2 महीने से बंद हाईवे को खुलवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों और किसानों के बीच में झड़प हुई थी. अब इसको लेकर ग्रामीणों को धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें कई अलग-अलग देशों से फोन आ रहे हैं. इसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है. इसको लेकर ताजपुर के अजय और कुछ ग्रामीणों ने अलीपुर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है.
किसानों से हुई थी झड़प
नए कृषि कानून के विरोध में किसान पिछले दो महीने से धरने पर बैठे हैं. इससे आवागमन बाधित हो चुका है. वहीं 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद स्थानीय़ लोगों का सब्र का बांध टूट गया और वे आंदोलन स्थल खाली कराने के लिए पहुंच गए. इस दौरान किसानों के साथ उनकी झड़प भी हुई. दावा किया जा रहा है कि इसके बाद ग्रामीणों को देश से ही बल्कि विदेशों से भी फोन कर धमकियां दी जा रही हैं.
विदेशों से आ रहे फोन
ताजपुर गांव के अजय वशिष्ठ ने बताया कि उन्हें शुक्रवार की शाम से कनाडा, मलेशिया सहित कई देशों से फोन कर जान से मारने की धमकी दी गई. उन्हें देश के विभिन्न जगहोें से भी धमकी भरे फोन किए गए हैं. उनकी रिकार्डिंग भी उनके पास है. उन्होंने पुलिस को सुबूतों के साथ शिकायत देकर मामले की जांच करने की मांग की है. साथ ही कुछ अन्य ग्रामीणों को भी धमकी भरे फोन आए हैं. इसकी शिकायत अलीपुर थाने में दी जा चुकी है. बताया जाता है कि स्थानीय पुलिस शिकायतों की जांच को साइबर सेल को भेज सकती है.