नई दिल्ली: छठ महापर्व का तीसरा दिन काफी खास माना जाता है. इस दिन परवैतिन (व्रती) डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देती है. इससे पहले दिन भर परवैतिन निर्जला उपवास करती है. वहीं घाट ले जाने के लिए सूप और दउरा सजाती है और सबसे खास प्रसाद ठेकुआ भी बनाती है. गाजियाबाद में भी इस दिन प्रसिद्ध हिंडन घाट समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. छठ महापर्व के दौरान जिले के तमाम घाटों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए पुरबिया जन कल्याण द्वारा परिषद प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो जारी कर लोगों से कोविड-19 नियमों के तहत छठ पर्व मनाए जाने की अपील की थी. उन्होंने लोगों से घर पर ही रह कर छठ पर्व मनाने की बात भी कही थी, हालांकि शासन ने स्पष्ट किया है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल नियमों के तहत छठ पर्व घाटों पर मनाया जा सकता है, लेकिन भीड़ इकट्ठा नहीं होने दी जाएगी.
पुरबिया जनकल्याण परिषद के अध्यक्ष पंडित राकेश तिवारी ने बताया के शासन द्वारा छठ महापर्व के आयोजन को लेकर जो गाइडलाइंस जारी की गई है उसका शत-प्रतिशत पालन कराया जाएगा. शासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रचार गाड़ी जिले के विभिन्न इलाकों में घूम रही है.
वहीं लोगों तक संदेश पहुंचाया जा रहा है कि जिनके पास बड़ा मकान या हवेली है. वह अपने घर में ही कृतिम तालाब बनाकर पूजा करें. घाटों पर व्रती के साथ केवल एक ही व्यक्ति पहुंचे जिससे कि भीड़ इकट्ठा ना हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके.