गाजियाबादः कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के मुद्दे पर किसान नेता राकेश टिकैत (farmer leader rakesh tikait) ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भीख से आजादी नहीं मिलती, आजादी लड़कर मिलती है. इस तरह का बयान शहीदों का अपमान है. गाजीपुर बॉर्डर पर आज किसानों की एक मीटिंग चल रही है. इस मीटिंग में 22 तारीख की लखनऊ में होने वाली महापंचायत की रणनीति तय की जा रही है. शाम को किसान 29 तारीख को दिल्ली जाने की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
कंगना को पढ़ लेना चाहिए इतिहास
गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर आज विभिन्न जगहों से भारी संख्या में किसान पहुंचे हैं, जिनके साथ मीटिंग में राकेश टिकैत भी शामिल हुए हैं. इस दौरान उन्होंने कंगना रनौत पर पूछे गए सवाल पर कहा कि कंगना का बयान शहीदों का अपमान दर्शाता है. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत को इतिहास पढ़ लेना चाहिए. इसके बाद ही किसी भी तरह की बात करनी चाहिए.
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मीटिंग में हो रही यह चर्चा
राकेश टिकैत ने बताया कि 22 तारीख को लखनऊ में महापंचायत होनी है, जिसकी तैयारी में किसान लगे हुए हैं. इसके साथ ही 26 तारीख को किसान आंदोलन को पूरा एक साल हो जाएगा. इसके बाद भी कृषि कानूनों के खिलाफ होने वाला आंदोलन कैसे चलेगा, उस पर लगातार मीटिंग करके रणनीति तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 29 तारीख को पार्लियामेंट जाने के मुद्दे पर भी किसानों से बातचीत और चर्चा चल रही है. शाम को किसान बॉर्डर के उस हिस्से पर जाकर बैठक करेंगे, जहां निचली तरफ बैरिकेड लगे हुए हैं. यह रिहर्सल 29 तारीख के लिए होगी. सभी किसानों को बताया जा रहा है कि दिल्ली कूच का कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस से अभी इस विषय में कोई बातचीत नहीं हुई है.