गाजियाबाद: किसान की आय का मुख्य स्रोत दूध का व्यापार भी होता है, जिसके लिए वह भैंस का पालन करता है. पर अब लॉकडाउन के चलते किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते किसानों को अपनी भैंसें सस्ते दामों पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं. ईटीवी भारत ने ऐसे ही एक किसान से खास बातचीत की.
पशु बेचने के लिए मजबूर हुए किसान
किसान ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनकी आर्थिक हालत खराब होती जा रही है. लॉकडाउन से पहले उसकी भैंस की जो कीमत 80 हजार रुपये थी. अब उसको इसकी आधे से भी कम कीमत मिल रही है.
इसके साथ ही उन्होंने अपने घर में मुर्गियां भी रखी थीं, जिससे वह अंडे बेचकर पैसे कमाते थे. पर अब हालात ऐसे हो गए हैं कि उनको अपनी 600 रुपये कीमत की मुर्गियां 300 रुपये में बेचनी पड़ रही हैं.
बड़का आरिफपुर गांव के प्रधान राकेश गौतम ने ईटीवी भारत की टीम को बताया कि गांव के किसानों का लॉकडाउन के चलते बुरा हाल हो गया है. इसकी वजह से वह अपने आय के छोटे-छोटे स्त्रोत तक बेचने पड़ रहे हैं.