नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के नगर निगम में एक बड़ा घोटाला निकल कर सामने आया है. सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगाने के नाम पर नगर निगम से करीब 3.37 करोड़ रुपये लेकर व्हाइट प्लेकार्ड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी गायब हो गई है.
हालांकि करीब 1 महीने पहले नगर निगम ने कंपनी को नोटिस भेजा था. लेकिन अभी तक कंपनी की तरफ से उसका कोई जवाब नहीं आया है.
ये है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश सरकार ने व्हाइट प्लेकार्ड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड को गाजियाबाद की सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी लाइट में बदलने का ठेका दिया था. ठेके की शर्तों के अनुसार कंपनी को लगभग 50 हजार एलईडी लाइट लगानी थी.
कंपनी ने अभी तक केवल 35 हजार लाइटें लगाई है, जिनमें से करीब 3000 लाइटें कुछ दिन बाद ही खराब हो गई.
हैरानी की बात यह है कि काम पूरा नहीं करने के बावजूद कंपनी ने सरकार से 3.37 करोड़ रुपये की मांग की, जिसके बाद सरकार ने गाजियाबाद नगर निगम से काम की रिपोर्ट मांगी. अब नगर निगम आयुक्त दिनेश चंद्र ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर कंपनी का अनुबंध रद्द कर कार्यवाही करने की मांग की है.
कई पार्षद कर चुके हैं इस मामले की शिकायत
बता दें कि इस घोटाले की जांच की मांग नगर निगम के कई पार्षद कर चुके हैं. इन सभी पार्षदों का एक स्वर में कहना है कि कंपनी ने अनुबंध की शर्तों के अनुसार काम नहीं किया है. इसलिए सरकार को कंपनी के भुगतान पर रोक लगानी चाहिए.