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'देसी' नंबर 1, बीयर आई सेकंड, गौतमबुद्ध नगर में शराब की बिक्री ने तोड़ा रिकॉर्ड

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Published : Jul 26, 2019, 3:53 AM IST

हाल ही में गौतमबुद्ध नगर में ऑपरेशन क्लीन चला था जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों पर कार्रवाई की गई थी. आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सबसे ज्यादा देसी बिकी, वहीं बीयर दूसरे नंबर पर रही.

देसी नंबर 1, बीयर आई सेकंड

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में जिला प्रशासन खुले में शराब पीने वालों पर रोक लगाने में लगा हुआ है. जो भी शराब पीता हुआ मिलता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, इसके बाद भी शराब पीने वालों की संख्या कम नहीं हुई है.

देसी नंबर 1, बीयर आई सेकंड

राजस्व प्राप्ति 17 फीसदी बढ़ोतरी
आबकारी विभाग को पिछले साल से ज्यादा राजस्व की प्राप्ति इस साल हुई है. पिछले साल की तुलना में आबकारी विभाग को 17 प्रतिशत ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है. इसका मतलब जिले में शराब की खपत और पीने वालों की संख्या बढ़ी है.

शराब की बढ़ती मांग
एक तरफ जिला प्रशासन ऑपरेशन क्लीन चलाकर सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले शराबियों पर नकेल कसने में जुटा है. वहीं दूसरी तरफ शराब की मांग बढ़ रही है.
पिछले साल जिला प्रशासन को शराब की बिक्री से 167 करोड़ का राजस्व मिला था. इस साल राजस्व 17.2 प्रतिशत बढ़कर 187 करोड़ रुपये हो गया.

देसी शराब की बात की जाए तो बीते जून तक गौतमबुद्ध नगर के लोग 72 लाख 68 हजार लीटर शराब गटक गए. अंग्रेजी शराब पीने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही.

इस अवधि में 16 लाख 34 हजार लीटर शराब की खपत हुई है. दूसरे नंबर पर बियर रही. 66 लाख 57 हजार लीटर बीयर की खपत हुई.

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में जिला प्रशासन खुले में शराब पीने वालों पर रोक लगाने में लगा हुआ है. जो भी शराब पीता हुआ मिलता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, इसके बाद भी शराब पीने वालों की संख्या कम नहीं हुई है.

देसी नंबर 1, बीयर आई सेकंड

राजस्व प्राप्ति 17 फीसदी बढ़ोतरी
आबकारी विभाग को पिछले साल से ज्यादा राजस्व की प्राप्ति इस साल हुई है. पिछले साल की तुलना में आबकारी विभाग को 17 प्रतिशत ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है. इसका मतलब जिले में शराब की खपत और पीने वालों की संख्या बढ़ी है.

शराब की बढ़ती मांग
एक तरफ जिला प्रशासन ऑपरेशन क्लीन चलाकर सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले शराबियों पर नकेल कसने में जुटा है. वहीं दूसरी तरफ शराब की मांग बढ़ रही है.
पिछले साल जिला प्रशासन को शराब की बिक्री से 167 करोड़ का राजस्व मिला था. इस साल राजस्व 17.2 प्रतिशत बढ़कर 187 करोड़ रुपये हो गया.

देसी शराब की बात की जाए तो बीते जून तक गौतमबुद्ध नगर के लोग 72 लाख 68 हजार लीटर शराब गटक गए. अंग्रेजी शराब पीने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही.

इस अवधि में 16 लाख 34 हजार लीटर शराब की खपत हुई है. दूसरे नंबर पर बियर रही. 66 लाख 57 हजार लीटर बीयर की खपत हुई.

Intro:एक्सक्लुसिव---
नोएडा--
जिला प्रशासन खुले में शराब पीने वालों पर रोक लगाने में लगा हुआ है, जो भी पीता हुआ मिला उसके खिलाफ कार्यवाही की गई फिर भी शराब पीने वालों की संख्या गौतमबुद्धनगर में कम नही हुई है। आबकारी विभाग को पिछले वर्ष मिले राजस्व से इस वर्ष ज्यादा राजस्व की प्राप्ति हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में आबकारी विभाग को 17 प्रतिसत ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है। इसका मतलब जिले में शराब की खपत और पीने वालों की संख्या बढ़ी है। जिसमे बियर की बिक्री ज्यादा हुई है।


Body:एक तरफ जिला प्रशासन ऑपरेशन क्लीन चलाकर सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले शराबियों पर नकेल कसने में जुटा है वहीं गौतम बुध नगर जिले में शराब की मांग बढ़ी है और जिला प्रशासन की झोली भर रही है पिछले साल जहां जिला प्रशासन को मदिरा की बिक्री से 167 करोड़ का राजस्व मिला था इस वर्ष राजस्व 17.2 प्रतिसत बढ़कर 187 करोड़ रुपए हो गया यदि देसी शराब की बात की जाए तो बीते जून तक गौतम बुध नगर वासी 72 लाख 68 हजार लीटर शराब गटक गए अंग्रेजी शराब पीने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही इस अवधि में 16 लाख 34 हजार लीटर शराब की खपत हुई है जबकि बीयर की बिक्री दूसरे स्थान पर रहे 66 लाख 57 हजार लीटर बीयर इन गर्मियों में गौतम बुध नगर वासियों के गले को तर किया है।


Conclusion:प्रशासन शराब पीने वाला पर लाख प्रतिबंध लगा ले पर आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शराब पीने वालों की संख्या जिले में बढ़ती ही जा रही है जिसमें सबसे ज्यादा शराब देसी पीने वालों की बड़ी है शराब पीने से भले ही नुकसान होता है पर पीने वाले तो पीने का मजा लेंगे और प्रशासन को राजस्व की प्राप्ति होगी ही।
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