नोएडा: विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी पार्टियों ने अपने-अपने तरीके से तैयारियाें के साथ ही कई तरह के दावे भी कर रही हैं. साथ ही हर राजनीतिक पार्टियां चुनाव में अपने साथ मजबूत प्रत्याशी को साथ लेकर सामने आने की कोशिश करती है. जिसका जीता जागता उदाहरण नोएडा में भी देखने को मिला.
नोएडा में जहां कांग्रेस का पिछले कई सालों से जनाधार खत्म हो चुका है. वहीं कांग्रेस के जनाधार को वापस लाने और पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य कांग्रेस पार्टी ने पिछले 30 सालों से ट्रेड यूनियन में काम कर रहे मजदूर नेता आरपी सिंह चौहान को पार्टी में शामिल कर रही है. कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का खुलासा ईटीवी भारत से एक्सक्लुसिव बातचीत में खुद आरपी सिंह चौहान ने किया.
आरपी सिंह चौहान बातचीत में बताया कि पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में 800 लोगों के साथ पार्टी ज्वाइन करने का निर्णय लिया था, लेकिन प्रशासन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी और अब ओमीक्रोन को ध्यान में रखते हुए उसे निरस्त कर दिया गया. फिलहाल जल्द ही कांग्रेस पार्टी मैं शामिल होने की घोषणा पार्टी द्वारा की जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में जुड़ने के पीछे मजदूरों के हक की लड़ाई को आगे लाना लक्ष्य और उद्देश्य रहेगा.
नोएडा में मजदूरों से संबंधित जब भी धरने-प्रदर्शन हुए हैं तो उसके पीछे हिंद मजदूर सभा का विशेष योगदान रहा है. एक लंबे समय से ट्रेड यूनियन में काम कर रहे आरपी सिंह चौहान ने ईटीवी भारत से एक्सक्लुसिव बातचीत में बताया गया कि जल्द ही वह कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी में शामिल होना निश्चित हो गया था पर कुछ कारणों के चलते आगे के लिए कार्यक्रम रखा गया है. कयास लगाया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे ट्रेड यूनियन नेता आरपी सिंह चौहान नोएडा से पार्टी का चेहरा होंगे.
वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सामने आने या पार्टी द्वारा नाम घोषित करने के संबंध में आरपी सिंह चौहान ने फिलहाल इनकार किया है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में पार्टी में आरपी सिंह चौहान को कोई स्थान मिलता है या सिर्फ एक सदस्य के रूप में शामिल होंगे.
आरपी सिंह चौहान ने बताया कि नोएडा में कोई भी ऐसी पार्टी नहीं है जो मजदूरों के हक में सोचे और मजदूरों के लिए लड़ाई लड़े. सभी पार्टियां मजदूरों का सिर्फ इस्तेमाल कर रही हैं, लेकिन अब पार्टियों के इस नजरिए को बदलने का समय आ गया है और अब मजदूरों की हक की लड़ाई मजबूती से मजदूरों द्वारा ही लड़ी जाएंगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो मजदूरों के हित में काम करती है और उनके हित में सोचती है. वर्तमान सरकार द्वारा 33 श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूरों के साथ कुठाराघात किया है.
नोएडा जैसे शहर में मजदूरों को एक तरफ उद्योगपति इस्तेमाल करते हैं तो दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियां, पर अब मजदूरों का शोषण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, मजदूर अपना हक अब आसानी से लेंगे. उन्होंने कहा कि मजदूरों की लड़ाई लड़ने और उन्हें हक दिलाने के उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी में जुड़ रहा हूं, किसी पद या प्रत्याशी की कोई लालसा नहीं है.
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