ग्रे. नोएडा: गलवान घाटी में चीन और भारत के बीच हुए विवाद के बाद भारत की जनता में बेहद आक्रोश दिखाई पड़ रहा है. गलवान में 20 सैनिकों की शहादत के बाद लोगों ने अब यह तय कर लिया है कि वह चीन को सबक सिखा कर रहेंगे. इस कारण चीन और चीन के बने सामान का विरोध चारों तरफ देखने को मिल रहा है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसायटीज के रेजिडेंट ने यह तय किया है कि वह अब चाइना के बने सामान का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की 3 सोसाइटी में ऐसे पोस्टर लगने भी शुरू हो गए हैं. जिसमें लिखा है कि चीन के सामान का बहिष्कार करो. इस दौरान सोसायटी के गेट से लेकर सभी दुकानों के बाहर इस तरह के पोस्टर लगा दिए गए हैं.
चीन के प्रोडक्ट्स का बहिष्कार
सिर्फ रेजिडेंट ही नहीं बल्कि नोएडा के व्यापारियों ने भी अब यह तय कर लिया है कि वह चीन के सामान का बहिष्कार करेंगे. नोएडा की मार्केट एसोसिएशन के व्यापारियों ने भी कहा कि आने वाले रक्षाबंधन में वह चीन की बनी राखियों का इस्तेमाल नहीं करेंगे. बाजारों में अब चीन की चमचमाती राखियां नहीं दिखाई पड़ेंगी, नोएडा के बाजारों में अब तक बिकने वाली राखियों में 60 परसेंट राखियां चीन की होती थीं.
रक्षाबंधन पर नहीं दिखेंगी चीनी राखी
सेक्टर-18 मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील जैन ने स्पष्ट किया कि इस बार रक्षाबंधन पर चीन की राखियां व्यापारी नहीं बेचेंगे. चीन के सामानों का चारों तरफ जमकर विरोध हो रहा है. रेसिडेंट्स ने सोसाइटी में पोस्टर बॉयकाट चाइना प्रोडक्ट के लगाए हैं. कुल मिलाकर देश की जनता ने चीन को सबक सिखाने का अपना तरीका ढूंढ लिया है.