नोएडा : ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील के चिटेहरा गांव में हुए अरबों रुपये के भूमि घोटाले मामले में दर्ज करवाए गए मुकदमों की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम करेगी. पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी को एडिशनल कमिश्नर भारती सिंह लीड करेंगी.
गौतम बुद्ध नगर जिले में सैकड़ों एकड़ जमीन घोटाले के मामले में जिले की पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. यूपी-उत्तराखंड का गैंगस्टर और चिटहरा भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी यशपाल तोमर के कारनामों की जैसे-जैसे परतें खुलती जा रही हैं. यशपाल तोमर ने अपने नौकरों के नाम जमीन खरीदवाई है. यशपाल तोमर ने उत्तराखंड के बड़े आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के परिजनों के नाम पर भी करोड़ों रुपये की संपत्ति खरीदी है. इसका खुलासा यूपी के ग्रेटर नोएड जिले के दादरी थाने में दर्ज हुए मुकदमे में हुआ है. जमीन घोटाले मामले में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एक लेखपाल को निलंबित कर दिया है. साथ ही मेरठ पुलिस की तरफ से यशपाल तोमर की संपत्ति को कुर्क किया गया.
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नोएडा के दादरी थाने के ग्राम चिटहरा एवं प्रबंधन समिति द्वारा जुलाई 1997 को 282 लोगों को कृषि भूमि आवंटन का प्रस्ताव दिया गया था. उस वक्त के जिलाधिकारी द्वारा 20 अगस्त 1997 को स्वीकृति प्रदान की. आरोप है कि मुख्य आरोपी यशपाल तोमर ने कर्मवीर, बेलू तथा कृष्णपाल जो यशपाल के गांव बरवाला के रहने वाले थे. उनके नाम सैकड़ों बीघा जमीन चिटहरा निवासी बनाकर पट्टा कराएगा, जबकि जांच के दौरान पता चला कि यह लोग इतने गरीब है कि पढ़ना लिखना भी नहीं जानते. इतना ही नहीं इन लोगों के नाम से जमीन की पावर अटार्नी अपने परिचित नौकर के पुत्र वीरेंद्र सिंह के नाम करा दिया. साथ ही अधिकारियों से मिलकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया.
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