फिरोजाबादः जिले के टूण्डला विधानसभा इलाके में हो रहे उप चुनावों में विकास एक बड़ा मुद्दा है. सड़क नहीं तो वोट नहीं, पानी नहीं तो वोट नहीं, बिजली नहीं तो वोट नहीं, यह नारे गांव- गांव गूंज रहे हैं. टूण्डला विधानसभा क्षेत्र के गांव आकलाबाद हसनपुर के लोग चुनाव बहिष्कार करने पर आमादा है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
फिरोजाबादः यहां तालाब से होकर गुजरता है रास्ता, ग्रामीणों ने लिया यह फैसला - तालाब से होकर गुजरता है रास्ता
उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव की तैयारियां अब तेज हो गई हैं. चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं को लुभाने में जुटे हैं. फिरोजाबाद जिले के टूंडला विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने रास्ता न होने के कारण उपचुनाव के बहिष्कार का फैसला किया है. ग्रामीणों कहना है कि लिखित में आश्वासन मिलने के बाद ही मतदान करेंगे.
फिरोजाबाद में उपचुनाव का बहिष्कार करते ग्रामीण.
फिरोजाबादः जिले के टूण्डला विधानसभा इलाके में हो रहे उप चुनावों में विकास एक बड़ा मुद्दा है. सड़क नहीं तो वोट नहीं, पानी नहीं तो वोट नहीं, बिजली नहीं तो वोट नहीं, यह नारे गांव- गांव गूंज रहे हैं. टूण्डला विधानसभा क्षेत्र के गांव आकलाबाद हसनपुर के लोग चुनाव बहिष्कार करने पर आमादा है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
फिरोजाबाद की टूंडला विधानसभा सीट के गांव आकलाबाद हसनपुर में विकास का पहिया रुका हुआ है. इस गांव में आने-जाने के लिए कोई उचित रास्ता नहीं है. इस गांव की सड़क तालाब में से होकर गुजरती है. तालाब पानी से लबालब भरा होने पर यहां के लोग या तो तालाब के किनारे होकर निकलते हैं या फिर किसी के खेत में से होकर जाते हैं. यह समस्या बहुत पुरानी है, कई बार इसकी शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती.
ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की धमकी
आकलाबाद हसनपुर की समस्या इतनी बड़ी बन चुकी है कि ग्रामीण चुनाव बहिष्कार करने पर आमादा है. ग्रामीणों ने 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा बुलंद कर दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस गांव में नेता वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद मुड़कर नहीं देखते. ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के लिए फिरोज़ाबाद शहर से सीधे आने का एक रास्ता है, लेकिन वह इतना जर्जर हो गया है कि चलने पर दुर्घटना का डर लगा रहता है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पर ध्यान नहीं देगा और कोई बड़ा नेता उन्हें लिखित में आश्वस्त नहीं करेगा, तब तक वे वोट डालने नहीं जाएंगे.
फिरोजाबाद की टूंडला विधानसभा सीट के गांव आकलाबाद हसनपुर में विकास का पहिया रुका हुआ है. इस गांव में आने-जाने के लिए कोई उचित रास्ता नहीं है. इस गांव की सड़क तालाब में से होकर गुजरती है. तालाब पानी से लबालब भरा होने पर यहां के लोग या तो तालाब के किनारे होकर निकलते हैं या फिर किसी के खेत में से होकर जाते हैं. यह समस्या बहुत पुरानी है, कई बार इसकी शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती.
ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की धमकी
आकलाबाद हसनपुर की समस्या इतनी बड़ी बन चुकी है कि ग्रामीण चुनाव बहिष्कार करने पर आमादा है. ग्रामीणों ने 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा बुलंद कर दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस गांव में नेता वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद मुड़कर नहीं देखते. ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के लिए फिरोज़ाबाद शहर से सीधे आने का एक रास्ता है, लेकिन वह इतना जर्जर हो गया है कि चलने पर दुर्घटना का डर लगा रहता है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पर ध्यान नहीं देगा और कोई बड़ा नेता उन्हें लिखित में आश्वस्त नहीं करेगा, तब तक वे वोट डालने नहीं जाएंगे.