फिरोजाबाद: किस जिले में आलू की कितनी पैदावार हुई है, कितना आलू बिक चुका है, कितना आलू कोल्डस्टोरेज में जमा है और किस किसान का आलू किस जिले के कोल्ड स्टोरेज में जमा है. ऐसे ही कुछ सवालों का अब ऑनलाइन जवाब किसानों को मिलेगा. भारत सरकार की संस्था सी-डैक (प्रगत संगणन विकास केन्द्र) अब ऐसी ही एक तकनीक विकसित करने जा रही है. फिलहाल इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए फिरोजाबाद को चुना गया है. प्रदेश के अन्य जिलों में भी विभिन्न उत्पादों को चुना गया है, जिनकी ऑनलाइन निगरानी और मोनिटरिंग होगी.
यूपी के जिन-जिन इलाकों में आलू की फसल होती है, उनमें फिरोजाबाद जनपद का भी नाम शामिल है. हालांकि फिरोजाबाद जनपद की मुख्य फसल तो गेहूं है, लेकिन यहां की दूसरी सबसे बड़ी फसल आलू है. फिरोजाबाद जनपद में लगभग 55 हजार हेक्टेयर जमीन में आलू की खेती की जाती है. सिरसागंज के अलावा शिकोहाबाद और टूंडला में आलू की बंपर खेती भी होती है. लिहाजा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आलू की फसल की इस बार निगरानी मेरठ के मोदीपुरम स्थित आलू अनुसंधान केंद्र द्वारा की जा रही है.
फिरोजाबाद में आलू की बढ़ती पैदावार के मद्देनजर ही योगी सरकार ने 'ओडीओपी' (एक जनपद-एक उत्पाद) स्कीम में आलू की फसल का ही चयन किया है. इस संबंध में HPMI (हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूस मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट) संस्था के चेयरमैन और कृषि वैज्ञानिक डॉ. सत्येंद्र यादव ने बताया कि यूपी में आलू, प्याज और टमाटर की फसल का ऑनलाइन मैनेजमेंट होगा. पायलट प्रोजेक्ट के लिए आलू के लिए फिरोजाबाद, प्याज के लिए गाजीपुर और टमाटर के लिए सोनभद्र जिले को चुना गया है. उन्होंने बताया कि इस काम को सी-डैक संस्था, यूपी स्टेट हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूस मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इससे किसानों को उनके उत्पाद के बारे में जानकारी मिल सकेगी.