फिरोजाबाद: अगर आप अस्थमा या फिर किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं तो यह खबर आपके लिए है. क्योंकि अब आपको अपना ध्यान रखना होगा. सावधान रहना होगा. जरा सी चूक आपको भारी पड़ सकती है और आप बीमार पड़ सकते हैं. दरअसल, दीपावली के दिन पटाखों से फैला वायु प्रदूषण पर अभी तक लगाम नहीं लग सकी है. मंगलवार को तो फिरोजाबाद का एयर पॉल्युशन इंडेक्स 489 तक पहुंच गया था, जो देश में सबसे अधिक था यानी कि फिरोजाबाद की आबोहवा देश में सबसे ज्यादा खराब हो गई है.
हालांकि, सरकारी तंत्र लगातार दावा कर रहे हैं कि एयर पॉल्युशन पर रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन हालात अभी भी खराब है. फिरोजाबाद जिला ताज संरक्षित इलाके में आता है. वैसे भी यहां प्रदूषण फैलाने पर रोक लगी है. लेकिन दीवाली के बाद तो इस शहर में प्रदूषण के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. गुरुवार को भी यहां सुबह आसमान प्रदूषण की चादर से ढका रहा. हालांकि, पॉल्युशन कन्ट्रोल बोर्ड ने दावा किया कि इस प्रदूषण को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं.
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इसकी रोकथाम के लिए 17 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. नगर निगम को जहां शहर की सड़कों पर पानी का छिड़काव करने की जिम्मेदारी सौंपी दी गई है. वहीं, यातायात पुलिस को इस बात की जिम्मेदारी सौंपी गई है कि कोई भी वाहन तेज रफ्तार से न चले, जिससे उड़ती धूल बढ़ते प्रदूषण का कारण बने.
शहर में कुछ स्थान भी चिन्हित किए गए हैं, जहां से प्रदूषण ज्यादा फैलता है. इन पोइट्स पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. ग्रामीण इलाकों में पंचायत राज विभाग को प्रदूषण नियंत्रण की जिम्मेदारी दी गई है. इधर, पिछले कई दिनों से लोग बढ़ते प्रदूषण की वजह से दिक्कत भी महसूस कर रहे है. किसी की आंखों में जलन तो किसी की त्वचा में खुजली और अस्थमा के रोगियों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने भी एडवाइजरी जारी कर लोगों को सावधानियां बरतने की सलाह दी है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी का कहना है कि एयर पॉल्युशन बढ़ने से ब्रोंकाइटिस एलर्जी, त्वचा में जलन और सांस के मरीजों, कोविड से ठीक हुए मरीजों को दिक्कत हो सकती है. ऐसे मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
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