फिरोजाबाद: जनपद में आवारा गौवंश जानलेवा बनते जा रहे हैं. इसके बावजूद जिला स्तर पर इन्हें पकड़कर गोशाला भेजने की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. बीते एक सप्ताह में तीन किसानों की मौत हो चुकी है. जहां बीते दिनों एक बुजुर्ग महिला को एक सांड ने दौड़ा लिया, जिसके बाद भागने के चक्कर में वह गिर गई. जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं दो किसान खेतों से सांड भगाने की कोशिश में हादसे का शिकार होकर अपनी जान गवां बैठे थे.
जानकारी देते मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रभंजन शुक्ला तीन लोगों की हुई मौतमटसेना थाना क्षेत्र के गांव दतावली निवासी बुजुर्ग महिला रेशमा देवी पत्नी मलिखान सिंह खेतों से आवारा जानवरों को भगाने के लिए गयी थीं. तभी एक सांड ने बुजुर्ग महिला को दौड़ा लिया, जिसके बाद भागने के चक्कर में वह गिर गई और उसकी मौत हो गई. इस तरह दो अन्य किसान सांडों से अपनी फसल को बचाने के प्रयास में हादसे का शिकार हो गए और अपनी जान गवां बैठे थे. शिकोहाबाद के निकटवर्ती गांव ब्रह्ममाबाद में एक किसान आवारा जानवरों को भगाने के लिए जा रहा था लेकिन सड़क पार करते समय किसी वाहन ने किसान को टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं गांव अब्बासपुर में अपनी फसलों की रखवाली करने गए किसान रामधनी को आवारा जानवरों ने दौड़ा लिया, जिसके बाद तालाब में गिरकर उसकी मौत हो गयी. इस प्रकार एक सप्ताह के भीतर अवारा पशुओं के कारण तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.उधर, पशुपालन विभाग खुद भी यह मानकर चल रहा है कि जिले में आवारा जानवरों की समस्या है. जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रभंजन शुक्ला के मुताबिक जिले में हुई पशु गणना के मुताबिक आवारा पशुओं की संख्या साढ़े छह हजार के आस-पास है और गो शालाओं में संरक्षित पशुओं की संख्या 4100 है बाकी 2400 पशु आवारा घूम रहे हैं. इसके अलावा कुछ लोगों ने नए जानवर भी छोड़ दिए हैं.
आवारा जानवरों को संरक्षित किया जाएगा. साथ ही जो लोग आवारा पशु छोड़ते है उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
- डॉ. प्रभंजन शुक्ला, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी