फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले में टीवी के मरीजों की अब मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. अभी तक उन्हें शहर के बीचो बीच यानी के जिला अस्पताल में इलाज मिलता था, लेकिन अब उन्हें इलाज के लिए चार से पांच किलोमीटर की दौड़ लगानी पड़ेगी. जिला अस्पताल में जो टीवी क्लीनिक संचालित होता था उसका पता बदल गया है. रामगढ़ इलाके के दीदामई में जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चलता है, टीवी अस्पताल उसी केंद्र में संचालित होगा. टीवी से जुड़ी सभी जांच भी वहां पर ही होगी.
बताते चलें कि फिरोजाबाद एक औद्योगिक शहर होने के कारण यहां कारखानों में काम करने वाले मजदूरों की संख्या ज्यादा है. इसके अलावा बड़ी संख्या में हजारों की संख्या में मजदूर घरों पर भी चूड़ियों का काम करते हैं, साथ ही कारखानों की वजह से यहां प्रदूषण एक बड़ी समस्या रहती है. इसी प्रदूषण की वजह से इस शहर में टीवी यानी कि क्षय रोग के मरीज अधिक पाए जाते हैं. यहां पर चूड़ियों की जुड़ाई का काम कैरोसिन ऑयल से होता है. लिहाजा उसका धुआं श्रमिकों के फेफड़ों में जम जाता है और वह बीमारी का शिकार हो जाते हैं.
मामला गंभीर है लिहाजा सरकार ने यहां साल 1962 में हाइवे किनारे बने जिला अस्पताल में टीबी क्लीनिक स्थापित किया गया था. अभी तक यहां टीबी मरीजों का इलाज होता था, लेकिन तीन साल पहले जिला अस्पताल का अधिग्रहण मेडिकल कालेज द्वारा कर लेने के कारण यहां स्थापित टीबी अस्पताल अब यहां से स्थानांतरित हो रहा है. सीएमओ दफ्तर से मिली जानकारी के मुताबिक यह अस्पताल अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दीदामई में स्थापित होगा. स्वास्थ्य केंद्र दीदामई रामगढ़ इलाके में है जो शहर की नई आबादी में है और मुख्य शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर है.
सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि यहां आने जाने का कोई साधन नहीं है. पैदल ही जाना पड़ता है. जाहिर सी बात है कि यहां पहुंचने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. इस संबंध में उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि हम कोशिश करेंगे कि इस अस्पताल के ट्रांसफर से टीबी मरीज परेशान न हो. क्योंकि जहां से यह अस्पताल हटेगा वहां पर मेडिकल कॉलेज का टीबी विभाग स्थापित हो रहा है और हम लोग विभन्न सेंटरों के जरिजे मरीजों तक दवा पहुंचाने का काम करेंगे.