फिरोजाबाद : गायों के संरक्षण की दिशा में यूपी सरकार एक और कदम उठाने जा रही है. सरकार यूपी की कुछ जेलों में गौशाला खोलने जा रही है जिससे गायों का जहां संरक्षण हो सकेगा वहीं जेल भी दूध के मामले में आत्मनिर्भर बन सकेंगी. साथ ही बंदियों को पशुपालन का प्रशिक्षण भी मिल सकेगा जिससे बंदी ट्रेनिंग के बाद पशुपालन का करोबार भी कर सकेंगे.
जेल में बनेगी गौशाला
सड़कों पर घूमती लावारिस गाएं किसानों के खेतों को भी काफी नुकसान पहुंचा रही हैं. वहीं इनकी सुरक्षा और संरक्षण भी यूपी में एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. गायों के संरक्षण के लिए ग्राम पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम स्तर पर गौशाला भी खोलीं गयीं है. इससे समस्या कम जरूर हुई है लेकिन खत्म नहीं हुई है. लेकिन अब इस समस्या का समाधान के लिए प्रशासन एक और प्रयास करने जा रही है.
एक करोड़ 23 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा
यूपी सरकार प्रदेश की 12 जेलों में गौशाला खोल रही है. जिन जिलों की जेलों में यह गौशाला खोलीं जायेंगी उनमें एक फिरोजाबाद की जेल भी शामिल है. जेल अधीक्षक अकरम खान का कहना है कि जेल में जहां गौशाला खुलेंगी उस जगह का चयन कर लिया गया है. एक करोड़ 23 लाख का प्रस्ताव बनाकर कारागार मुख्यालय को भेज दिया गया है. फिलहाल 50 गायों से इसकी शुरुआत की जायेगी. उन्होंने कहा कि यह शासन की अच्छी पहल है. इससे जहां जेल में गाय के शुद्ध दूध की सप्लाई मिल सकेगी वहीं गाय के गोबर से जेल में होने वाली खेती को खाद मिल सकेगी. साथ ही जेल में बंद कैदियों को पशुपालन की ट्रेनिंग भी मिल सकेगी, जिससे वह भविष्य में पशुपालन का काम आसानी से कर सकेंगे.