फिरोजाबाद: जिले के पारस हॉस्पिटल पर हुई कार्रवाई के बाद फिरोजाबाद में भी स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टर या फिर बिना परमिशन के चल रहे अस्पतालों पर छापेमारी की कार्रवाई की है. इस दौरान एक एक्स-रे सेंटर और दो पैथलॉजी को सील किया गया. यह तीनों ही प्रतिष्ठान बगैर अनुमति के चल रहे थे.
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वीडियो हुआ था वायरल
आगरा जनपद में पारस हॉस्पिटल का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि कौन सा मरीज ऑक्सीजन के बगैर कितनी देर जिंदा रह सकता है. इसकी जानकारी के लिए अस्पताल में पांच मिनट के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई को रोका गया था, जिसमें 22 मरीजों की हालत गंभीर हो गई थी. वीडियो वायरल होने के बाद खुद सरकार ने मामले का संज्ञान लिया और अस्पताल पर सीलिंग की कार्रवाई की गई.
जारी रहेगा अभियान
इस घटना के बाद अन्य जनपदों के स्वास्थ्य विभाग पर बगैर लाइसेंस चल रहे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई का दवाब था. फिरोजाबाद के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएम गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था और इस टीम को झोलाछाप डॉक्टरों और बगैर लाइसेंस चल रहे अवैध अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था. बुधवार को इस टीम ने खैरगढ़ इलाके में छापामार कार्रवाई की. इस दौरान तमाम झोला छाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार हो गए. साथ ही अवैध रूप से चल रहे अस्पताल संचालक भी भाग गए. एक एक्स-रे सेंटर और दो पैथलॉजी खुली मिली. एसीएमओ डॉ श्याम मोहन गुप्ता ने बताया कि एक्स-रे सेंटर और पैथलॉजी सेन्टर्स के संचालकों को लाइसेंस दिखाने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं दिखा सके, जिसके बाद इन्हें अग्रिम आदेशों तक सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.