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फतेहपुरः रजिस्टर नहीं मिलने पर सफाईकर्मी ने दी जान, इन पर लगा आरोप

यूपी के फतेहपुर जिले में सीएचसी में तैनात सफाईकर्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने डॉ. पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद से आरोपी डॉक्टर फरार है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

सफाईकर्मी की मौत
सफाईकर्मी की मौत
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Published : Oct 27, 2020, 3:07 AM IST

फतेहपुरः जिले के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत सफाई कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सीएचसी के अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप है. घटना की सूचना पर एसडीएम आशीष सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने परिजनों को समझाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

हाजिरी लगाने का मामला
बताया जा रहा है कि बिंदकी कोतवाली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नरेश (45) पुत्र स्व. गेंदालाल सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात था. 26 अक्टूबर को वह अपना कार्य करने के उपरांत जब हाजिरी लगाने के लिए डॉ. के पास रजिस्टर मांगने गया, तो आरोप है कि डॉ. ने रजिस्टर नहीं दिया. इससे नरेश तनाव में आ गया और वह कमरे जाकर फंदे से झूल गया.

काफी देर बाद डॉ. ने एक कर्मचारी से उसके बारे में पूछा तो वह उसे ढूंढने उसके कमरे में गया. वहां का मंजर देख उसके होश उड़ गए. उसने इसकी सूचना बाहर सभी को दी, जिसके बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. परिजनों ने शव को परिसर में रखकर डॉ. पर प्रताड़ना का आरोप लगाया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को के लिए भेजकर मामले में विधिक कार्रवाई कर रही है.

बेटे ने डॉ. पर लगाया आरोप
डॉ. पर आरोप लगाते हुए मृतक के बेटे अंशुल ने कहा कि काम समाप्त करने के बाद जब पिता जी रजिस्टर में साइन करने गए तो डॉ. ने साइन नहीं करने दिया. इससे तनाव में आकर उसके पिता ने आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी के बाद आरोपी डॉ. सुनील चौरसिया मौके से फरार है.

मौके पर पहुंचे एसडीएम आशीष कुमार ने बताया कि सफाई कर्मचारी द्वारा आत्महत्या की सूचना मिलने पर हम पहुंचे हैं. उनके बेटे का आरोप है कि डॉ. साहब उनके पिता को छुट्टी आदि देने में दिक्कत करते थे, जिससे तनाव में आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली. मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

फतेहपुरः जिले के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत सफाई कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सीएचसी के अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप है. घटना की सूचना पर एसडीएम आशीष सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने परिजनों को समझाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

हाजिरी लगाने का मामला
बताया जा रहा है कि बिंदकी कोतवाली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नरेश (45) पुत्र स्व. गेंदालाल सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात था. 26 अक्टूबर को वह अपना कार्य करने के उपरांत जब हाजिरी लगाने के लिए डॉ. के पास रजिस्टर मांगने गया, तो आरोप है कि डॉ. ने रजिस्टर नहीं दिया. इससे नरेश तनाव में आ गया और वह कमरे जाकर फंदे से झूल गया.

काफी देर बाद डॉ. ने एक कर्मचारी से उसके बारे में पूछा तो वह उसे ढूंढने उसके कमरे में गया. वहां का मंजर देख उसके होश उड़ गए. उसने इसकी सूचना बाहर सभी को दी, जिसके बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. परिजनों ने शव को परिसर में रखकर डॉ. पर प्रताड़ना का आरोप लगाया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को के लिए भेजकर मामले में विधिक कार्रवाई कर रही है.

बेटे ने डॉ. पर लगाया आरोप
डॉ. पर आरोप लगाते हुए मृतक के बेटे अंशुल ने कहा कि काम समाप्त करने के बाद जब पिता जी रजिस्टर में साइन करने गए तो डॉ. ने साइन नहीं करने दिया. इससे तनाव में आकर उसके पिता ने आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी के बाद आरोपी डॉ. सुनील चौरसिया मौके से फरार है.

मौके पर पहुंचे एसडीएम आशीष कुमार ने बताया कि सफाई कर्मचारी द्वारा आत्महत्या की सूचना मिलने पर हम पहुंचे हैं. उनके बेटे का आरोप है कि डॉ. साहब उनके पिता को छुट्टी आदि देने में दिक्कत करते थे, जिससे तनाव में आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली. मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

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