फतेहपुर: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार द्वारा घोषित किये गए पंद्रह सदस्यीय ट्रस्ट में मूल रूप से फतेहपुर जिले के निवासी स्वामी परमानंद को भी शामिल किया गया है. हरिद्वार स्थित अखण्ड परम आश्रम के प्रमुख स्वामी परमानंद ने अपने गांव मवई में गुरुवार को इस पर खुशी जाहिर की.
स्वामी परमानंद ने कहा कि ट्रस्ट में शामिल होने पर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हुई है. इसके लिए सरकार को धन्यवाद देते हुए स्वामी परमानंद ने कहा कि इस युग मे कोई किसी पर जल्दी से विश्वास नहीं करता है, लेकिन सरकार ने विश्वास उन पर जताया है. वह उस पर पूरी तरह से खरे उतरेंगे.
मवई गांव स्थित अपने आश्रम और स्वामी परमानंद बालिका विद्यालय की छात्राओं के बीच पहुंचे स्वामी परमानंद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भगवान राम के जन्मदिन से शुरू होना चाहिए. उनका कहना है कि भगवान श्रीराम ने जिस प्रकार से सबको इकट्ठा करके रावण को युद्ध में परास्त किया था. उसी प्रकार सारे देशवासी मिलकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करेंगे.
इसके साथ ही अयोध्या नगरी को भी भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा. अयोध्या को इतना भव्य बनाया जाएगा कि पुराने लोग अयोध्या पहुंचने पर नई अयोध्या को पहचान भी नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि जैसे सुदामा कृष्ण से मिलकर लौटने पर अपना घर नहीं पहचान पाए थे. उसी प्रकार से नई अयोध्या को भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा.
संत स्वामी परमानंद मूलरूप से फतेहपुर जिले के रहने वाले हैं. यहां मवई गांव में स्वामी परमानंद के नाम पर बालिका विद्यालय संचालित होने का साथ ही मवई धाम आश्रम भी संचालित होता है. यहां स्वामी परमानंद हमेशा आते हैं.