फतेहपुर: जिले में कृषि को लेकर आने वाली दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से समय-समय पर कृषि विभाग एक कृषि गोष्ठी का आयोजन करता है. इससे किसान फसलों को सही ढंग से तैयार कर अच्छे दाम कमा सकें. इसी के तहत जिले में कृषि विभाग के वैज्ञानिक गांव-गांव संगोष्ठी आयोजित कर किसानों को उन्नत फसल उपजाने और बाजार में बेचने का हुनर सीखा रहे हैं.
देश की आबादी की लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है. किसान खेती के माध्यम से अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करता है. जहां एक तरफ प्रधानमंत्री की नई-नई योजनाओं का लाभ किसानों को मिल रहा हैं, वहीं कृषि में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से समय-समय पर कृषि विभाग एक कृषि गोष्ठियों का आयोजन करता है. इससे किसान फसलों को सही ढंग से तैयार कर सके. जिले में कृषि विभाग के वैज्ञानिक गांव-गांव संगोष्ठी आयोजित कर किसानों को उन्नत फसल उपजाने और बाजार में बेचने के हुनर सीखा रहें हैं
संगोष्ठी कार्यक्रम में वैज्ञानिक किसानों को बता रहे हैं कि फसलों में कीट पतवार से कैसे निजात पाएं. कृषि वैज्ञानिकों द्वारा फसलों की दोगुनी पैदावार किस तरह से करें. इसकी जानकारी भी दी जा रही है. किसानों को मौसम के अनुकूल फसल उपजाने कीटनाशक दवाओं के इस्तेमाल करने तो वहीं खेती को जैविक बनाने पर जोर दिया जा रहा. कृषि विभाग की टीम जिले के प्रगतिशील किसानों को संगोष्ठी में सम्मानित कर रही है जिससे प्रेरित होकर दूसरे किसान पर उन्नतशील खेती करें.
कृषि में आय को दोगुना करने के लिए हमें जैविक खेती की ओर बढ़ना देना होगा. जैविक खेती के माध्यम से किसान अपनी आय को दोगुना कर सकता है. किसानों की आय को दोगुना करने के साथ-साथ अपनी फसलों को वातावरण में हो रहे बदलावों से फसलों में होने वाले नुकसान से कैसे बचाया जाए, इसके गुण सिखाए जा रहें हैं
नौशाद आलम, कृषि वैज्ञानिक