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फतेहपुर: दो शिक्षकों के भरोसे चल रहा है राजकीय इंटर कॉलेज, छात्रों ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में राजकीय इंटर कॉलेज अर्जुनपुर गढ़ा के छात्रों ने बताया कि कक्षा 6 से 12 तक संचालित होने वाले इंटर कॉलेज में सिर्फ दो टीचर हैं. इस संबंध में छात्रों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शिक्षक नियुक्त की मांग की और विधायक के आवास पर प्रदर्शन भी किया.

राजकीय इंटर कालेज के छात्रों ने किया प्रदर्शन
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Published : Sep 24, 2019, 6:12 PM IST

फतेहपुर: योगी सरकार नकलविहीन बोर्ड परीक्षा करवा कर अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में छात्र बगैर टीचर के पढ़ रहें हैं. राजकीय इंटर कॉलेज अर्जुनपुर गढ़ा के छात्रों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शिक्षक नियुक्त की मांग की. छात्रों ने बताया कि कक्षा 6 से 12 तक संचालित होने वाले इंटर कॉलेज में सिर्फ दो टीचर हैं. तीन महीने बाद बोर्ड का परीक्षा है ऐसे में प्रशासन की ये लापरवाही बेहद संगीन है.

राजकीय इंटर कालेज के छात्रों ने किया प्रदर्शन

इसे भी पढ़ें: 10 महीने से भत्ता न मिलने पर एमडी के छात्रों ने किया प्रदर्शन

छात्रों ने किया विधायक के आवास पर प्रदर्शन

  • जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के बाद छात्र भाजपा विधायक कृष्णा पासवान के आवास पर पहुंचे.
  • छात्रों ने विधायक की गैरमौजूदगी में उनके आवास पहुंचकर प्रदर्शन भी किया.
  • छात्रों ने बताया कि परीक्षा सिर पर है और पूरे विद्यालय में सिर्फ दो ही शिक्षक हैं.

मैं कक्षा 12 विज्ञान वर्ग में पढ़ रही हूं. एक भी टीचर नही हैं जो पढ़ाए. यहां तक कि हिंदी पढ़ाने तक के लिए एक भी शिक्षक नहीं है. स्कूल में सिर्फ दो टीचर हैं, वो नागरिक शास्त्र और इतिहास के हैं. गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के कोई अध्यापक नहीं है. हम गरीब हैं इतना पैसा भी नही है कि कोचिंग पढ़ सकें.
-मधु गुप्ता, छात्रा

फतेहपुर: योगी सरकार नकलविहीन बोर्ड परीक्षा करवा कर अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में छात्र बगैर टीचर के पढ़ रहें हैं. राजकीय इंटर कॉलेज अर्जुनपुर गढ़ा के छात्रों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शिक्षक नियुक्त की मांग की. छात्रों ने बताया कि कक्षा 6 से 12 तक संचालित होने वाले इंटर कॉलेज में सिर्फ दो टीचर हैं. तीन महीने बाद बोर्ड का परीक्षा है ऐसे में प्रशासन की ये लापरवाही बेहद संगीन है.

राजकीय इंटर कालेज के छात्रों ने किया प्रदर्शन

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छात्रों ने किया विधायक के आवास पर प्रदर्शन

  • जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के बाद छात्र भाजपा विधायक कृष्णा पासवान के आवास पर पहुंचे.
  • छात्रों ने विधायक की गैरमौजूदगी में उनके आवास पहुंचकर प्रदर्शन भी किया.
  • छात्रों ने बताया कि परीक्षा सिर पर है और पूरे विद्यालय में सिर्फ दो ही शिक्षक हैं.

मैं कक्षा 12 विज्ञान वर्ग में पढ़ रही हूं. एक भी टीचर नही हैं जो पढ़ाए. यहां तक कि हिंदी पढ़ाने तक के लिए एक भी शिक्षक नहीं है. स्कूल में सिर्फ दो टीचर हैं, वो नागरिक शास्त्र और इतिहास के हैं. गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के कोई अध्यापक नहीं है. हम गरीब हैं इतना पैसा भी नही है कि कोचिंग पढ़ सकें.
-मधु गुप्ता, छात्रा

Intro:फतेहपुर- सूबे के मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश को विकास के पथ पर तेजी से अग्रसित होने के दावें कर रहें हैं लेकिन जमीनी हालात इसके उलट है। सरकार निकलविहीन बोर्ड परीक्षा करवा कर अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में छात्र बगैर टीचर के पढ़ रहें हैं । जिस प्रदेश में बगैर शिक्षक के छात्र पढ़ाई कर रहें हैं। वहां विकास किस दिशा में जा रहा है यह दृश्य देखने योग्य है। फतेहपुर जिले के राजकीय इंटर कालेज अर्जुनपुर गढ़ा के छात्र जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शिक्षक नियुक्त की मांग किए। छात्रों ने बताया कि कक्षा 6 से 12 तक संचालित होने वाले इंटर कालेज में मात्र दो टीचर हैं। ऐसे में कैसे पढ़ाई होगी। तीन महीने बाद हम लोगो का बोर्ड का परीक्षा है ऐसे में हम बिना पढ़े क्या लिखेंगे।


Body:छात्र जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के पश्चात स्थानीय भाजपा विधायक कृष्णा पासवान के आवास पर भी प्रदर्शन किए। छात्रा मधु गुप्ता ने बताया कि मैं कक्षा 12 विज्ञान वर्ग में पढ़ रही हूं। एक भी टीचर नही हैं जो पढ़ाए यहां तक कि हिंदी के पढ़ाने के किए शिक्षक नही है। स्कूल में दो टीचर हैं। वो नागरिक शास्त्र और इतिहास के हैं। गणित,विज्ञान और अंग्रेजी के कोई अध्यापक नही है।

राजकीय इंटर कालेज जहां 6 से 12 तक के अध्यापन के लिए मात्र दो टीचर तैनात हो ऐसे में बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है । सूबे के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा शिक्षा व्यवस्था में सुधार के बड़े बड़े कसीदे पढ़ रहे हैं निकलविहीन परीक्षा कराने की गुणगान कर रहें हैं। लेकिन बच्चों के पढ़ाई से कोई लेना देना नही है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ के सिवाय कुछ नही कर रही है। जिस बच्चो को हिंदी गणित और अग्रेंजी पढ़ाने वाले टीचर न हो वह अपना भविष्य संवारने तो दूर बोर्ड परीक्षा नही पास कर पाएंगे।


Conclusion:छात्र आशीष कुमार ने बताया कि स्कूल में दो टीचर हैं ऐसे में हम कैसे पड़ेंगे। हम गरीब हैं इतना पैसा भी नही है कि कोचिंग पढ़ सकें । हम जिलाधिकारी और विधायक से स्कूल में शिक्षक नियुक्त करने की मांग के लिए आए हैं। हम लोग स्कूल जाने के बजाय 70 किलोमीटर आज शहर में आए हैं ताकि हमारा भविष्य खराब न हो। अगर स्कूल में टीचर नही होंगे तो हम लोग कैसे पढ़ेंगे।


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