फतेहपुर: सरकार एक ओर गांव, कस्बों तथा शहरों में जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है. वहीं दूसरी तरफ कुछ रसूखदार लोग फतेहपुर सीकरी स्थित मोहल्ला वनीसरायल में सरकारी सुलभ शौचालय पर कब्जा कर जमीन को हथियाने में लगे हैं. वहीं जिले में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां करीब 60 लाख रुपये की सौदेबाजी की बात सामने आई है. कुछ दिनों पहले ही मामले की जानकारी होने पर भूमि बचाओ किसान संघर्ष समिति के राज्य महासचिव जगमोहन चाहर ने कब्जा रोका था, लेकिन एक बार फिर शौचालय पर कब्जे की बात सामने आई है, जिसे लेकर भूमि बचाओ किसान संघर्ष समिति ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की है.
किरावली तहसील में भूमि बचाओ किसान संघर्ष समिति ने समस्या को लेकर ज्ञापन जगमोहन चाहर के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी सुमित सिंह को सौंपा. ज्ञापन में बताया गया कि अछनेरा गांव के सकतपुर में आज भी 40 से अधिक किसान सम्मान निधि से वंचित है. साथ ही खन्दौली की तरह किरावली तहसील में भी गांवों में नाली, खंरजे, समय से लाइट का न आना, विधवा और वृद्वावस्था की पेंशन से पात्र लोंगों के वंचित होने पर किसान नेताओं ने चिंता व्यक्त की है. वहीं ज्ञापन लेते हुए उपजिलाधिकारी सुमित सिंह ने आश्वासन दिया कि शौचालय पर कब्जा करने वाले भूमाफियाओं पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि सम्मान निधि से वंचित किसानों की रिपोर्ट लेखपाल जल्द ही प्रस्तुत करेंगे, जिससे कि किसानों को लाभ मिल सके.
इस दौरान ज्ञापन देने वालों में संघर्ष समिति के राज्य महासचिव जगमोहन चाहर, अछनेरा अध्यक्ष मोनू सोलंकी, उपाध्यक्ष जगदीश सोलंकी के साथ ही कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे.