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फर्रुखाबादः विशेषज्ञों की राय के बाद ही कारखाने होंगे बंद - उत्तर प्रदेश समाचार

जनवरी माह में लगने वाले रामनगरिया माघ मेला की तैयारियों को लेकर प्रशासन हरकत में है. इसी के चलते गंगा में गिरने वाले कारखानों को बंद करने की बात शुरू हुई है. जिलाधिकारी ने कहा है कि हम इस पर विशेषज्ञों की राय के बाद ही फैसला लेंगे.

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मानवेंद्र सिंह जिलाधिकारी.
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Published : Dec 8, 2019, 1:47 PM IST

फर्रुखाबाद: जनपद में माघ मेला श्री रामनगरिया जो कि मिनी कुंभ के नाम से जाना जाता है. उसका आयोजन जनवरी माह में होने जा रहा है. गंगा घाट पर एक माह तक साधु-संतों से लेकर श्रद्धालु कल्पवास करने आते हैं. इस बीच गंगा में गिरने वाले छपाई कारखानों का निरीक्षण करने डीएम मानवेंद्र सिंह पहुंचे.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

जिलाधिकारी ने किया दौरा

सिटी मजिस्ट्रेट रत्न प्रिया के साथ जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह मोहल्ला अंगूरीबाग पहुंचे. उन्होंने छपाई कारखानों का निरीक्षण किया. इस दौरान अमेरिका डाइंग में ईटीपी संयंत्र चलते देख वहां पानी देखकर डीएम ने उसकी शुद्धता पर संतोष जताया.

कारखाना मालिकों ने जिलाधिकारी को बताया कि वह लोग अनुमोदित रंग और केमिकलों का ही इस्तेमाल कपड़ों की छपाई में करते हैं. ईटीपी संयंत्र केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से तय मानक के अनुसार लगाया गया है.

इसके बाद जिलाधिकारी ने भैरोघाट पर नाला देखा और पानी का नमूना भी ले गए. कपड़ा वस्त्र छपाई उद्योग संस्थान के अध्यक्ष चंद्रपाल वर्मा ने जिलाधिकारी के सामने दावा किया कि नाले का पानी प्रदूषित नहीं है. इससे फसलों की सिंचाई होती है और पैदावार अच्छी होती है.

ये भी पढ़ें:-नहीं रहे 7 बार के विधायक 'उन्नाव के गांधी', जाते-जाते देह भी कर गए दान

वह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञ अधिकारियों को बुलाकर बात करेंगे. इसके बाद में माघ माह में होने वाली कारखानों की बंदी के संबंध में निर्णय होगा.
-मानवेंद्र सिंह, जिलाधिकारी

फर्रुखाबाद: जनपद में माघ मेला श्री रामनगरिया जो कि मिनी कुंभ के नाम से जाना जाता है. उसका आयोजन जनवरी माह में होने जा रहा है. गंगा घाट पर एक माह तक साधु-संतों से लेकर श्रद्धालु कल्पवास करने आते हैं. इस बीच गंगा में गिरने वाले छपाई कारखानों का निरीक्षण करने डीएम मानवेंद्र सिंह पहुंचे.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

जिलाधिकारी ने किया दौरा

सिटी मजिस्ट्रेट रत्न प्रिया के साथ जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह मोहल्ला अंगूरीबाग पहुंचे. उन्होंने छपाई कारखानों का निरीक्षण किया. इस दौरान अमेरिका डाइंग में ईटीपी संयंत्र चलते देख वहां पानी देखकर डीएम ने उसकी शुद्धता पर संतोष जताया.

कारखाना मालिकों ने जिलाधिकारी को बताया कि वह लोग अनुमोदित रंग और केमिकलों का ही इस्तेमाल कपड़ों की छपाई में करते हैं. ईटीपी संयंत्र केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से तय मानक के अनुसार लगाया गया है.

इसके बाद जिलाधिकारी ने भैरोघाट पर नाला देखा और पानी का नमूना भी ले गए. कपड़ा वस्त्र छपाई उद्योग संस्थान के अध्यक्ष चंद्रपाल वर्मा ने जिलाधिकारी के सामने दावा किया कि नाले का पानी प्रदूषित नहीं है. इससे फसलों की सिंचाई होती है और पैदावार अच्छी होती है.

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वह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञ अधिकारियों को बुलाकर बात करेंगे. इसके बाद में माघ माह में होने वाली कारखानों की बंदी के संबंध में निर्णय होगा.
-मानवेंद्र सिंह, जिलाधिकारी

Intro:
एंकर-धर्मनगरी फर्रुखाबाद में माघ मेला श्री रामनगरिया जो कि मिनी कुंभ के नाम से जाना जाता है उसका आयोजन जनवरी माह में होने जा रहा है. गंगा घाट पर एक माह तक साधु-संतों से लेकर श्रद्धालु कल्पवास करने को आते हैं. इस बीच गंगा में गिरने वाले छपाई कारखानों का निरीक्षण करने डीएम मानवेंद्र सिंह पहुंचे. उन्होंने ईटीपी के बारे में जानकारी ली. साथ ही कारखाना मालिकों को आश्वासन दिया कि विशेषज्ञों की राय लेकर वे माघ माह में कारखानों की बंदी के संबंध में निर्णय लेंगे.
Body:वीओ-सिटी मजिस्ट्रेट रत्न प्रिया के साथ जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह मोहल्ला अंगूरीबाग पहुंचे. उन्होंने छपाई कारखानों का निरीक्षण किया. इस दौरान अमेरिका डाइंग में ईटीपी संयंत्र चलते देख वहां पानी देखकर डीएम ने उसकी शुद्धता पर संतोष जताया. कारखाना मालिकों ने जिलाधिकारी को बताया कि वह लोग अनुमोदित रंग व केमिकलों का ही इस्तेमाल कपड़ों की छपाई में करते हैं. ईटीपी संयंत्र केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से तय मानक के अनुसार लगाया गया है. इसके बाद जिलाधिकारी ने भैरोघाट पर नाला देखा और पानी का नमूना भी ले गए. कपड़ा वस्त्र छपाई उद्योग संस्थान के अध्यक्ष चंद्रपाल वर्मा ने जिलाधिकारी के सामने दावा किया कि नाले का पानी प्रदूषित नहीं है. इससे फसलों की सिंचाई होती है और पैदावार अच्छी होती है. जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि वह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञ अधिकारियों को बुलाकर बात करेंगे. इसके बाद में माघ माह में होने वाली कारखानों की बंदी के संबंध में निर्णय होगा.
Conclusion:
बाइट- चंद्रपाल वर्मा,अध्यक्ष, कपड़ा वस्त्र छपाई उद्योग संस्थान
बाइट- मानवेंद्र सिंह, जिलाधिकारी
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