फर्रुखाबाद: मकर संक्रांति के अवसर पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाना शुरू कर दिया है. पंचाल घाट के गंगा तट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे रहे हैं. लोगों ने पूजा-अर्चना कर तिल, गुड़, गेहूं आदि का दान किया. गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने 'गंगा मैया की जय' और हर-हर गंगे के नारे लगाए.
खास बातें
- मकर संक्रांति के अवसर पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई.
- पंचाल घाट के गंगा तट पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा.
- सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु गंगा तट पर पहुंचना शुरू हो गए हैं.
- श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर तिल, गुड़, गेहूं का दान किया.
- गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने 'गंगा मैया की जय' और हर-हर गंगे के नारे लगाए.
पंचाल घाट पर सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया. सूर्योदय होते ही लोगों की भीड़ घाट के दोनों तरफ जुट गई. हिंदू मान्यता के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन पवित्र गंगा में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए आज का दिन गंगा स्नान के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के साथ भगवान सूर्य को जल चढ़ा रहे हैं.
स्नान कर श्रद्धालुओं ने किया दान
गंगा तट के किनारे विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं ने दान किया. इसके बाद श्रद्धालुओं ने लाई, तिलवा के अलावा रुपये भी दान किए. लाखों की संख्या में आसपास के जिलों से श्रद्धालु फर्रुखाबाद पहुंचे. गंगा तट पर 'गंगा मैया की जय' और ' हर- हर गंगे' के जयकारे लगाए. कड़ाके की ठंड की परवाह किए बिना श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाई.
श्रद्धालु सुरेश कुमार, श्रीराम वर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद संतों के शिविर में जाकर प्रवचन सुने. कई संतों के शिविर में भंडारे का आयोजन किया गया था. मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं. मेला क्षेत्र और घाटों पर पुलिस और पीएसी के जवान मुस्तैद नजर आ रहे हैं.