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फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए पाई थी टीचर की नौकरी, मुकदमा दर्ज

फर्रुखाबाद जिले में फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षक बनने वाले 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. ये चारों शिक्षक नौकरी से बर्खास्त किए जा चुके हैं.

Fir lodged against fake teachers in farrukhabad
फर्रुखाबाद में फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज.
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Published : Mar 26, 2021, 5:11 PM IST

फर्रुखाबाद : जिले में फर्जी अभिलेखों के जरिए शिक्षक की नौकरी हासिल करने वालों पर शासन ने कार्रवाई तेज कर दी है. नौकरी से बर्खास्त किए जा चुके चार शिक्षकों के खिलाफ जिलाधिकारी के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिले में 17 ऐसे शिक्षक पाए गए थे, जिन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा सत्र 2005 की फर्जी बीएड की डिग्री लगाई थी. एसआइटी की जांच में दोषी पाए जाने पर 16 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है. एक शिक्षक के बारे में विचार शासन स्तर पर हो रहा है.

खंड शिक्षा अधिकारी ने तीन शिक्षकों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा

कमालगंज ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी मुन्नालाल त्रिवेदी ने जहानगंज थाने में उच्च प्राथमिक विद्यालय अजीजलपुर में तैनात शिक्षक कलीम खान निवासी अजीजलपुर, प्राथमिक विद्यालय सितौली में तैनात सहायक अध्यापिका शालिनी पाल निवासी हाथीखाना फतेहगढ़ व प्राथमिक विद्यालय सिरौंज के इंचार्ज प्रधानाध्यापक प्रभात आर्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया. थानाध्यक्ष दिनेश गौतम ने बताया कि तीनों शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.

नवाबगंज ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी ललित मोहन पाल ने प्राथमिक विद्यालय गठवाया में तैनात शिक्षक मनमोहन चित्रवंशी निवासी गांव बनकट जनपद संत रविदास नगर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. मनमोहन चित्रवंशी ने बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर वर्ष 2011 में नौकरी पाई थी. थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शिक्षक मनमोहन चित्रवंशी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.

एक शिक्षक के खिलाफ चल रही जांच

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी लालजी यादव ने बताया कि डीएम के आदेश पर खंड शिक्षाधिकारियों को बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं. एक शिक्षक को बर्खास्त न किए जाने पर उन्होंने बताया कि शासन स्तर पर उसकी जांच लंबित है. उसके बाद कार्रवाई की जाएगी.

यह था मामला

दिसंबर 2019 में एसआइटी जांच में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय सत्र 2005 की फर्जी डिग्री से जिले में 55 शिक्षकों ने नौकरी पाई थी. एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर करीब एक साल पहले 38 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था. अन्य शिक्षक हाईकोर्ट चले गए थे. चार मार्च को हाईकोर्ट ने इनकी रिट खारिज करते हुए सरकार के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने के आदेश दिए थे. उसके बाद बीएसए लालजी यादव ने फर्जी डिग्री से नौकरी करने वाले 16 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया था. जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने खंड शिक्षाधिकारियों को रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए थे.

यह शिक्षक हुए थे बर्खास्त

गायत्री देवी, मनमोहन चित्रवंशी, वंदना शर्मा, शालिनी पाल, अर्चना, मनोज कुमार, प्रभात आर्य, अमित सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, मोहम्मद अलीम खान, कुंवर सिंह, जितेंद्र सिंह, कुलदीप कुमार, धर्मेंद्र प्रकाश दीक्षित, पूनम राठौर व देवेंद्र सिंह को बर्खास्त किया गया है.

फर्रुखाबाद : जिले में फर्जी अभिलेखों के जरिए शिक्षक की नौकरी हासिल करने वालों पर शासन ने कार्रवाई तेज कर दी है. नौकरी से बर्खास्त किए जा चुके चार शिक्षकों के खिलाफ जिलाधिकारी के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिले में 17 ऐसे शिक्षक पाए गए थे, जिन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा सत्र 2005 की फर्जी बीएड की डिग्री लगाई थी. एसआइटी की जांच में दोषी पाए जाने पर 16 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है. एक शिक्षक के बारे में विचार शासन स्तर पर हो रहा है.

खंड शिक्षा अधिकारी ने तीन शिक्षकों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा

कमालगंज ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी मुन्नालाल त्रिवेदी ने जहानगंज थाने में उच्च प्राथमिक विद्यालय अजीजलपुर में तैनात शिक्षक कलीम खान निवासी अजीजलपुर, प्राथमिक विद्यालय सितौली में तैनात सहायक अध्यापिका शालिनी पाल निवासी हाथीखाना फतेहगढ़ व प्राथमिक विद्यालय सिरौंज के इंचार्ज प्रधानाध्यापक प्रभात आर्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया. थानाध्यक्ष दिनेश गौतम ने बताया कि तीनों शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.

नवाबगंज ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी ललित मोहन पाल ने प्राथमिक विद्यालय गठवाया में तैनात शिक्षक मनमोहन चित्रवंशी निवासी गांव बनकट जनपद संत रविदास नगर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. मनमोहन चित्रवंशी ने बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर वर्ष 2011 में नौकरी पाई थी. थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शिक्षक मनमोहन चित्रवंशी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.

एक शिक्षक के खिलाफ चल रही जांच

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी लालजी यादव ने बताया कि डीएम के आदेश पर खंड शिक्षाधिकारियों को बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं. एक शिक्षक को बर्खास्त न किए जाने पर उन्होंने बताया कि शासन स्तर पर उसकी जांच लंबित है. उसके बाद कार्रवाई की जाएगी.

यह था मामला

दिसंबर 2019 में एसआइटी जांच में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय सत्र 2005 की फर्जी डिग्री से जिले में 55 शिक्षकों ने नौकरी पाई थी. एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर करीब एक साल पहले 38 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था. अन्य शिक्षक हाईकोर्ट चले गए थे. चार मार्च को हाईकोर्ट ने इनकी रिट खारिज करते हुए सरकार के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने के आदेश दिए थे. उसके बाद बीएसए लालजी यादव ने फर्जी डिग्री से नौकरी करने वाले 16 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया था. जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने खंड शिक्षाधिकारियों को रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए थे.

यह शिक्षक हुए थे बर्खास्त

गायत्री देवी, मनमोहन चित्रवंशी, वंदना शर्मा, शालिनी पाल, अर्चना, मनोज कुमार, प्रभात आर्य, अमित सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, मोहम्मद अलीम खान, कुंवर सिंह, जितेंद्र सिंह, कुलदीप कुमार, धर्मेंद्र प्रकाश दीक्षित, पूनम राठौर व देवेंद्र सिंह को बर्खास्त किया गया है.

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